अकबर बीरबल की कहानियां (Akbar Birbal Stories In Hindi) – इस पोस्ट पर हम अकबर बीरबल की कहानियां आप सभी के साथ शेयर करने जा रहे हैं। यदि आपको हिंदी कहानियां पढ़ना अच्छा लगता है, तब उम्मीद करता हूं की आप अकबर और बीरबल के बारे में जानते होंगे।
अकबर बीरबल की कहानियां पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध है और छोटे बच्चे से लेकर बड़े सभी को अकबर बीरबल की कहानियां को बड़े मजे से पढ़ते हैं। कबर मुगल साम्राज्य के एक महान बादशाह थे और उनके नवरत्न मैं से एक रत्न बीरबल थे।
अकबर बीरबल से जुड़ी सभी कहानियां बीरबल से ही संबंधित है। बीरबल एक बहुत अच्छे बुद्धिमान इंसान के साथ एक अच्छे लेखक और कवि भी थे।मुगल साम्राज्य में अकबर के साथ बीरबल को भी बहुत सम्मान दिया जाता है। तो चलिए Akbar Birbal Stories In Hindi के बारे में जानते।
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Akbar Birbal Stories In Hindi – अकबर बीरबल की कहानियां
क्या आप सभी को अकबर बीरबल की कहानियां पढ़ने में अच्छा लगता है, यदि हां तो आज का यह लेख केवल आपके लिए ही है। आज के इस ब्लॉग पोस्ट पर हम जो भी Akbar Birbal Stories In Hindi के बारे में बताएंगे वह है –
1) बीरबल की खिचड़ी
एक दिन सुबह बादशाह अकबर बीरबल और उनके मित्र के साथ बहार नदी के पास बैठे थे तभी बादशाह अकबर कहते हैं कि इस ठंडी के समय में कौन काम करता है तभी बादशाह अकबर के मित्र कहते हैं कि कोई मूर्ख ही होगा जो इस समय काम करते हैं और तभी बादशाह अकबर नदी के पानी से अपना मुंह धोते हैं और देखते हैं पानी बहुत ठंडा है और कहते हैं इस समय सभी लोग अपने घर में ही होंगे।
परंतु कुछ देर बाद बीरबल बादशाह अकबर से कहता है कि आप गलत है कई लोग ऐसे भी हैं जो ठंडे के समय परिश्रम करके अपने घर को चला रहे हैं तभी बादशाह अकबर गुस्सा होकर बीरबल से कहते हैं कि “तुम मेरे हर बात को गलत क्यों ठहरा ते हो” तभी बीरबल कहता है “कि जो सच है वही मैं बता रहा हूं” तब बादशाह अकबर बीरबल से कहता है कि “तुम कोई ऐसा आदमी को ले आओ जो पूरी रात नदी में खड़ा होकर रह पाए दस सोने की मुद्रा के बदले में” तब जवाब में बीरबल कहता है यह तो मैं आज ही कर पाऊंगा।
कुछ समय बाद, बीरबल एक आदमी को लेकर बादशाह अकबर के पास पहुंचता है और कहता है “बादशाह अकबर में एक ऐसे आदमी को ले आया हूं जो 10 मुद्रे के बदले में सारी रात नदी में खड़ा होकर रह पाएगा” तभी महाराज हंसी के साथ कहते हैं “हे मूर्ख आदमी तुम कैसे मुर्ख हो तुम अपनी जान के बारे में ना सोच कर सारी रात 10 मुद्रा के बदले में नदी में खड़े रहोगे” यह सुनकर वह बालक कहता है “मुझे पैसे का बहुत जरूरत है इस वजह से मैं इस ठंडे को भी सहन करूंगा”।
बादशाह अकबर उस बालक को कहते है “गंगाराम तुम आज दो सैनिक के निगरानी में रहोगे और यदि तुम पूरी रात उस ठंडे नदी में खड़े होकर रह पाते हो तब तुम्हें इनाम मैं 10 सोने का मुद्रा दूंगा” बादशाह के कहने के अनुसार वह बालक गंगाराम पूरे रात 2 सैनिक के निगरानी में नदी में खड़ा रहता है फिर अगले दिन जब सुबह होता है तब बादशाह अकबर गंगाराम को अपने दरबार पर बुलाता है और फिर अकबर देखता है कि वह गंगाराम उसके सामने खड़ा है।
बादशाह अकबर गंगाराम को खड़ा हुआ देखता है तब वह गंगाराम से कहता है “गंगाराम तुम झूठ बोल रहे हो तुम पूरी रात नदी के सामने खड़ा नहीं रह सकते” फिर अचानक 2 सैनिक आकर कहते हैं “नहीं बादशाह वह गंगाराम पूरी रात नदी में खड़ा रहा था” यह सुनकर बादशाह अकबर थोड़ा हंस कर गंगाराम से कहता है “हे बालक गंगाराम तुम कैसे उस नदी में पूरी रात खड़ा हो कर रहे थे” तभी गंगाराम बादशाह से कहता है नदी के सामने रखा गया दिया को देखते हुए मैं पूरी रात नदी में खड़ा नहीं पाया था।
जब गंगाराम पूरी रात नदी के सामने रखा गया दिया को देखकर पूरी रात खड़े हो कर रहे थे तब यह सुनकर बादशाह अकबर गंगाराम से कहते हैं “तुम झूठे हो तुम पूरी रात उस दिया के ताप से गर्मी लिए थे इस वजह से तुम पूरी रात नदी में खड़ा होकर रह पाए थे इस वजह से मैं तुम्हें कोई भी मुद्रा नहीं दूंगा” जब गंगाराम सुनते हैं कि बादशाह अकबर उन्हें कोई मुद्रा नहीं देंगे तब वह गंगाराम रोते हुए अपने घर चले जाते है।
गंगाराम को दुखी देखता हुआ बीरबल बहुत उदास हो पड़ता है और वह बादशाह अकबर से कहता है “बादशाह अकबर आप आज दोपहर को भोजन के लिए मेरे घर आएगा” दोपहर का वक्त हो गया परंतु बीरबल का खाना अभी तक तैयार नहीं हुआ है बादशाह अकबर अपने सैनिक को बार-बार बीरबल के घर भेज रहे हैं पकवान तैयार हुआ या नहीं देखने के लिए परंतु बहुत देर हो गया परंतु अभी तक बीरबल का खाना नहीं पका।
बीरबल के देरी के कारण बादशाह खुद बीरबल के घर पहुंचते हैं और देखते हैं कि बीरबल खिचड़ी बना रहे हैं परंतु तभी सब लोग यह देख कर चौक जाते हैं की खिचड़ी बनाने का हांडी आग से बहुत ऊपर है और तभी बादशाह अकबर बीरबल से पूछते हैं “बीरबल तुम इतने मूर्ख कब बने इतनी दूर पर आग रखने से कभी भी खिचड़ी नहीं बनेगा” फिर बीरबल कहता है कि “बादशाह आप तो आज सुबह कहे थे कि गंगालाल को बहुत दूर रखा दिया से गर्मी मिला था तो पकवान क्यों नहीं बन सकत”‘ यह सुनकर बादशाह समझ जाते हैं कि वह कितनी बड़ी गलती किए हैं।
बादशाह अकबर जो समझते हैं कि वह गंगाराम का बात ना सुनकर कितना बड़ा गलती किए हैं तब वह अपने दरबार पर गंगाराम को बुलाते हैं और उसे इनाम के तौर पर दस सोने का मुद्रा देते हैं उसी के साथ बादशाह अकबर बीरबल को भी कुछ मुद्रा इनाम के तौर पर देते हैं क्योंकि बीरबल ने बादशाह अकबर को सही दिशा दिखाया था इस वजह से उन्हें भी इनाम के तौर पर कुछ मुद्रा देते हैं।
2) बीरबल और कटहल का पेड़
बीरबल को बादशाह अकबर के बगीचे में घूमना बहुत पसंद था और वह बगीचे में घूमने के वक्त कटहल के पेड़ के नीचे बैठना पसंद करते हैं एक दिन जब वह कटहल के पैर के सामने जा रहे थे तब वह देखते हैं कि कटहल के पेड़ को देखने वाला माली जोर जोर से रो रहा है।
तभी बीरबल माली से जाकर पूछते हैं “माली तुम रो क्यों रहे हो” तभी उत्तर में माली कहता है “मैंने कुछ पैसा कटहल के पेड़ के नीचे रखा था परंतु जब आज मैंने खुदाई किया तो देखा मेरा पैसा नहीं है अब मैं क्या करूं” यह सुनकर बीरबल बहुत दुखी हो बड़ा और नाली से कहा कि तुम रो मत मैं तुम्हारा पैसे को ढूंढ लूंगा।
जब बीरबल मालिका पैसे का तलाश कर रहा था तब वह कटहल के पेड़ के नीचे देखा की कटहल के पेड़ के कुछ जर नीचे पड़ा हुआ है तब वह बादशाह अकबर के दरबार में प्रवेश करते हैं और किसी से पूछते हैं कि किसी का तबीयत खराब हुआ है कि नहीं तब एक मंत्री बीरबल को कहते हैं “कि मेरा तबीयत ठीक नहीं था मुझे खांसी का असुविधा है”।
जब बीरबल सुनते हैं कि उन्हें खासी का अलविदा है तब वह उनसे पूछते हैं कि “आपने कोई दवाई लिया है या नहीं” तब उस प्रश्न के उत्तर में वह मंत्री कहता है कि “हां मैंने एक आदमी से कुछ जड़ी बूटी लिया था जिसके कारण आज मेरा खासी ठीक है” तब बीरबल मंत्री जी को कहते हैं कि आप उस आदमी को ले आइए दरबार पर जो आपको जड़ी-बूटी दिया है।
कुछ देर बाद जब मंत्री जड़ी-बूटी देने वाले आदमी को दरबार दरबार पर ले आते हैं तब बीरबल उस आदमी से कहा कि आप खांसी का इलाज करने के लिए कौन सी जड़ी बूटी का इस्तेमाल करते हैं तब वह आदमी हंसते हुए कहा कि मैं कटहल के पेड़ का जड़ इस्तेमाल करता हूं बुखार के इलाज के लिए तब बीरबल कहते हैं यहां पर तो कोई कटहल का पेड़ नहीं है तब वह जड़ी-बूटी देने वाला आदमी कहते हैं कि बादशाह के बगीचे में ही कटहल का पेड़ है।
तब बीरबल उस जड़ी-बूटी देने वाले आदमी को कहते हैं आप ही पेड़ के नीचे से मालि का पैसा चुराए हैं तब माली डरते हुए बीरबल और बादशाह अकबर से कहते हैं कि मैं नहीं जानता था कि वह पैसा मालि का है इस वजह से मैंने बिना कुछ समझे उस पैसे को ले लिया था अब मैं उस पैसे को उस मालि को लौटा दूंगा यह सुनकर माली बहुत खुश हो गया।
3) बीरबल की जादुई लकड़ियां
मणिलाल एक सौदागर था जो बादशाह अकबर के एक अच्छे दोस्त हैं मणिलाल ने बहुत मेहनत से पैसा कमाया था और जो भी पैसा वह कमाते थे वह अपने बिस्तर के पास रखा हुआ सिंदूक में रखते थे परंतु एक दिन जब सुबह उठकर वह अपना सिंदूर देखते हैं तब देखते हैं कि वहां पर कोई पैसा नहीं है फिर वह बादशाह अकबर के पास जाते हैं।
मणिलाल जब बादशाह अकबर के पास जाकर कहते हैं “कि मेरा पैसा चोरी हो गया है” तब बादशाह अकबर बीरबल से कहते हैं कि तुम इसका कोई हल ढूंढो तब बीरबल मणिलाल से कहता है कि “क्योंकि चोरी सफाई से किया गया है इस वजह से आपका खुद का ही कोई चोरी किया है” यह सुनकर मणिलाल गुस्से में बीरबल को कहता है “यह हो ही नहीं सकता क्योंकि मेरे मजदूर मेरे साथ कई साल से है वह यह काम कभी नहीं कर सकते हैं”।
बीरबल मणिलाल से कहकर उनके घर में काम करने वाले सभी मजदूर को दरबार में बुलाया और उन्हें जादुई लकड़िया देते हुए कहा “की इस जादुई लौकरिया को सुबह तक अपने पास रखना यदि किसी लकड़ी का आकार 1 इंच तक बढ़ जाता है तब उसी ने इस लकड़ी को चोरी किया है” यह सुनकर सभी चौक जाते हैं।
अगले दिन बाद मणिलाल और उनके सभी मजदूर बादशाह अकबर के दरबार पर प्रवेश करते हैं और अपने जादुई लकड़िया को बीरबल के पास देते हैं और तभी बीरबल देखते हैं कि चार लकरी में से एक लकरी का आकार 1 इंच कम हो गया है तभी बीरबल समझ जाता है कि उसी ने चोरी किया है और तभी बादशाह अकबर बीरबल से पूछते हैं “बीरबल तुम कैसे समझे कि उसने चोरी किया है”।
बादशाह अकबर को बीरबल कहता है कि “बादशाह अकबर जादुई लकड़ी मैंने उन लोगों को ऐसे ही दे दिया था क्योंकि जादुई लकड़ी नाम का कोई चीज नहीं होता जिस ने इस लकड़ी को चोरी किया है वह सोचा था कि लकड़ी 1 इंच बढ़ जाएगा इस वजह से उसने पहले ही लकड़ी को 1 इंच काट दिया और इसी से पता चलता है कि इस मजदूर ने ही मणिलाल का पैसा चुराया है।
4) बीरबल की जादुई गधा
बादशाह अकबर एक दिन रात में उनके बेगम को एक सोने का हार दिया था और कहा था कि कल सुबह इस हार को पहनना।अगले दिन सुबह जब बादशाह अकबर के बेगम अपने सोने के हार को पहनने को जाते हैं तब देखते हैं कि उनका सोने का हार चोरी हो गया है।
बेगम हार चोरी हो जाने के कारण बहुत चिंतित थे इस वजह से बादशाह अकबर बीरबल को अपने दरबार में बुलाते हैं और कहते हैं बीरबल मेरे बेगम का सोने का हार चोरी हो गया है तुम किसी भी करके आज रात तक जो चोरी कर रहा है उसका पता लगाओ फिर बीरबल थोड़ा हंसी के साथ बादशाह अकबर को कहते हैं मैं आज रात ही चोर का पता लगा लूंगा।
रात में बीरबल बादशाह अकबर के दरबार पर आते हैं और कहते हैं “बादशाह आप अपने दरबार के सभी सैनिक और दासी को बुलाई” और जब सब सैनिक और दासी दरबार पर पहुंचते हैं तभी बीरबल एक गधे को दरबार में ले आते हैं उसे देखकर सभी चौक जाते हैं परंतु बीरबल कहते हैं यह एक जादुई गधा है।
बीरबल जिस गधे को दरबार पर ले आए थे उसे बेगम के घर पर रख दिए थे और हर एक सैनिक और दासी को कहेथे आप लोग एक-एक करके उस बेगम के घर में जाइए और गधे का पूछ पकड़ के बोलिए कि मैंने चोरी नहीं किया है बीरबल के कहने के अनुसार हार एक व्यक्ति गधे की पूछ को पकड़कर कहता है कि मैंने चोरी नहीं किया है।
जोक सभी सैनिक और दासी लोग गधे की पूंछ को पकड़कर दरबार में आते हैं तब बीरबल सब का हाथ को गंध की जाँच करता है और देखता है कि हर एक व्यक्ति के हाथ मैं सुगंधी फूल का खुशबू आ रहा है सिवाय एक आदमी को छोड़कर और तभी बीरबल समझ जाते हैं कि उसने ही चोरी किया है कि वह चोरी करने के डर से उसने गधे का पूछ को नहीं छुआ है और इसी से अकबर बीरबल के इस कहानी का नाम जादुई गधा पड़ता है।
5) राज्य में कौवे की गिनती
बादशाह अकबर और बीरबल एक दिन सुबह बगीचे में घूम रहे थे और तभी बादशाह अकबर का नजर ऊपर बैठे हुए कौवे के ऊपर परा कभी अकबर के मन में एक प्रश्न आया वह था कि कुल बादशाह अकबर के राज्य में कितने कौवे हैं।
जब बादशाह अकबर के मन में यह सवाल आया कि उनके राज्य में कुल कितने कौवे हैं, तब उन्होंने यह प्रश्न बीरबल से किया और तभी होशियार बीरबल फटाफट उत्तर दें कि कुल हमारे राज्य में एक लाख कौवे हैं।
जब बीरबल चतुराई से अकबर को कहा कि हमारे राज्य में कुल एक लाख कौवे है तब अकबर ने बीरबल से कहा कि यदि उससे कम हुए तो तब बीरबल ने उत्तर में कहा तब कबूतर पड़ोसी राज्य में घूमने गए होंगे और फिर महाराज हंसते हुए कहा यदि ज्यादा हुए थे तब बीरबल ने कहा कि तब पड़ोसी राज्य से हमारे राज्य पर कौवे घूमने आए होंगे।
6) अकबर की तोता
एक दिन बादशाह को उनके मित्र एक तोता उपहार के तौर पर देते हैं वह तोता लोग जो बोलता है वही बोलता है इसे देखकर अकबर का मन बहुत खुश हो गया और फिर अकबर ने उस तोते को सोने के पिंजरे में रखने का आदेश दिया और उस तोते को अच्छे से देखभाल करने के लिए कहा।
तोते को लाने के कुछ दिन बाद तोते का तबीयत बिगड़ गया तोता खुले आसमान मैं उड़ने वाला पक्षी है बंद कमरे में रहने के कारण 1 दिन वह मर गया यह बात उस तोते को देखने वाला आदमी बादशाह अकबर को नहीं कह पा रहा था इस वजह से उसने इस बात को बीरबल को बताया।
जब बीरबल ने सुना क्या अकबर का कीमती तोता अब इस दुनिया में नहीं है तब वह अपने मन को शांत करके अकबर के पास गए और अकबर से कहा कि बादशाह आपको तो था अब इस दुनिया पर नहीं है तो अकबर बहुत गुस्से में आकर बादशाह से कहे क्यों तब बादशाह ने उत्तर दिया पक्षी तो खुले आसमान के होते हैं यह ऊंचाई में उड़ना पसंद करते हैं हम इसे सोने के पिंजरे में भी कैद कर के नहीं रख सकते है।
7) सवाल का सीधा जवाब
एक दिन शाम के वक्त बीरबल बादशाह अकबर के बगीचे में टहल रहे थे और तभी अचानक एक थकता हुआ आदमी बीरबल के पास आता है और पूछता है “क्या तुम बीरबल को जानते हो” बीरबल थोड़ा मुस्कुरा कर कहता है “हां क्यों नहीं” फिर वह आदमी बीरबल से पूछता है क्या तुम उसका ठिकाना जानते हो “बहुत अच्छे से जानता हूं”।
अकबर ने उस आदमी का हर एक सवाल का जवाब हां मैं दिया है इस वजह से वह आदमी बीरबल से थोड़ा नाराज था और वह नहीं जानता था कि वह बीरबल है और तभी वह आदमी मन में सोचता है कि यह आदमी कैसा है जो हर एक सवाल का जवाब हमें दे रहा है तभी वह बीरबल से यह पूछता है “क्या तुम बीरबल को अच्छे से जानते जानते हो”।
जब बीरबल से पूछा गया कि तुम क्या बीरबल को जानते हो तब बीरबल उत्तर में बताता है मैं बीरबल को जानता हूं तब वह आदमी गुस्से में आकर बीरबल से कहता है यदि जानते हो तो उसका पूरा पता बताओ तब बीरबल उस आदमी से कहता है आपने पूछा ही नहीं तो मैं कैसे बताऊं फिर वह आदमी पूछता है कि तुम्हारा नाम क्या है तब बीरबल बताता है मेरा नाम बीरबल है।
जो वह आदमी सुनता है कि हां मैं जवाब देने वाला व्यक्ति ही बीरबल है तब वह थोड़ा संकोच में आ जाते हैं और बीरबल से थोड़ा नाराज होकर कहते हैं आप कैसे आदमी हैं मैंने आपसे पूछा कि बीरबल कौन है आप यह बता देते तो बहुत अच्छा लगता परंतु आपने बहुत गलत तरीके से बताया फिर बीरबल जवाब में बोलते हैं कि मैंने आपका जवाब का सीधा सीधा उत्तर दिया यह सुनकर वह लोग समझ आता है कि बीरबल कितना बुद्धिमान इंसान है।
8) अकबर का अनोखा खत
अकबर बीरबल और उनके मंत्री बादशाह अकबर के दरबार पर बादशाह के बारे में बात कर रहे थे और तभी बादशाह अकबर के मित्र बादशाह को अच्छे मित्र कह रहे थे परंतु बीरबल ने कहा आप अच्छे मित्र तो है पर आप से भी बढ़कर कोई हो सकता है।
जब बीरबल ने बादशाह अकबर को कहा कि आप से भी बढ़कर या आप से भी कोई अच्छा बादशाह हो सकता है तब यह सुनकर अकबर बहुत गुस्सा हो गए और गुस्से में आकर बीरबल को बोला तुम दरबार से निकल जाओ और तभी बीरबल महाराज को कहा कि आप मुझे गलत समझ रहे हैं और फिर बाहर चला गया।
3 महीने बीत गया परंतु बीरबल का कोई पता नहीं बादशाह अकबर बहुत चिंतित थे क्योंकि वह समझ गए कि उन्होंने अपने अच्छे मित्र बीरबल को बहुत ठेस पहुंचाया है और तभी उनके दिमाग में एक तरीका आया जानते थे कि बीरबल कोई महाराजा के घर में रुका है और फिर उन्होंने एक अनोखी खत सब वह राजा को भेजने का सोचा।
वह जानते थे कि वह जो अनोखा खत महाराजा को भेजेंगे वह केवल बीरबल को ही समझ आएगा और जो महाराजा बादशाह अकबर को वह खत का उत्तर भेजेंगे वहां पर ही बीरबल रुका हुआ होगा कुछ दिन बाद एक राज्य से बादशाह अकबर को खत मिलता है और वह तब समझ गए कि वहां पर ही बीरबल रुका है फिर वहां पर जाकर बीरबल से मुलाकात करके वापस अपने राज्य में बीरबल के साथ चले आए।
9) बीरबल का इनाम
1 दिन राजस्थान से आया हुआ गायक बादशाह अकबर के दरबार में जा रहा था और तभी एक सैनिक उन्हें कहता है आप प्रवेश नहीं कर सकते हैं यदि आप प्रवेश करना चाहते हैं तब आपको पांच सोने का मुद्रा देना होगा तब वह गायक उस सैनिक से कहता है बादशाह अकबर ने तो कोई ऐसा नियम जारी नहीं किया और तभी सैनिक कहता है यह हमने तय किया है।
गरीब गायक के पास इतना पैसा नहीं था कि वह 5 सोने का मुद्रा देकर बादशाह अकबर के पास जाए और तभी उस गायक के दिमाग में एक ख्याल आता है कि वह बीरबल से जाकर इस बात को कहे वह गाय बीरबल के पास जाते हैं और कहते हैं कि वह सैनिक पांच सोने का मुद्रा मांग रहे हैं जाने के बदले में और तभी बीरबल के दिमाग में एक अच्छा बुद्धि आता है।
बीरबल उस गाय को कहता है आप उस सैनिक के पास चाहिए और कहिए मैं दरबार में जाना चाहता हूं और यदि वह कहता है कि 5 सोने का मुद्रा लगेगा तब आप कहिए गा कि आपके इनाम का आधा हिस्सा आप उसे देंगे।
बीरबल का बात मानते हुए वह गायक यह काम किया और बादशाह अकबर के दरबार में प्रवेश किया बादशाह को उस गायक का मधुर संगीत बहुत पसंद आया और तब बादशाह अकबर ने उस गायक को कहा कि तुम्हें क्या इनाम चाहिए तब उस गायक ने कहा कि आप मुझे कारागार में बंदी कर दीजिए।
और कुछ देर बाद 2 सैनिक आकर उन्हें बंदी करने जा रहे थे और तभी वह गायक ने कहा कि मैंने बाहर एक सैनिक को पांच मुद्रा के बदले में कहा कि मैं तुम्हें मेरे इनाम का आधा हिस्सा दूंगा तब यह सुनकर बादशाह जान गए कि यह बीरबल का बुद्धि है और वह गायक को इनाम दिए साथ ही साथ बीरबल को भी इनाम दिए और बाहर 5 मुद्रा मांगने वाले सैनिक को कारागार में बंदी कर दिया।
10) इमानदार व्यापारी
चंदूमल और गोपाल चंद नाम का दो व्यापारी एक दिन बादशाह के राज दरबार पर आते हैं और चंदूमल कहते हैं कि गोपाल चंद्र ने उनसे पांच सोने का मुद्रा लिया था परंतु आज कह रहे हैं कि मैंने उसे कोई पैसा नहीं दिया।
चंदूमल और गोपाल चंद्र का इस गंभीर समस्या को सुलझाने के लिए बादशाह अकबर बीरबल को बुलाते हैं और कहते हैं तो इन दोनों के बीच हुआ समस्या को सुलझा और तभी बीरबल बादशाह अकबर से कुछ दिन का समय लेता है और अपने घर चला जाता है।
बीरबल ने उनके कर्मचारी को कहा कि आप बाजार में जाइए और देखिए कि किसका व्यापार सबसे अच्छा चलता है और कौन इमानदार है बीरबल का कर्मचारी वापस लौटता है और कहता है चंदूमल का व्यापार बहुत अच्छा चलता है और वह बहुत ईमानदार भी है।
सभी बीरबल दो जी का मटका लेता है और दोनों में एक एक सोने का मुद्रा फेंक देता है और फिर वह अपने कर्मचारी को कहता है तुम जाओ और इस दो मटके को चंदूमल और गोपाल चंद को दिया और देखना कौन मुद्रा को वापस करता है।
अगले दिन बाद जब दो व्यापारी बादशाह अकबर के दरबार में पहुंचे तब बीरबल ने कहा कि बादशाह अकबर इन दोनों में से झूठ गोपाल चंद्र बोल रहा है क्योंकि मैंने जो दो मटका दिया था उनमें से एक सोने का मुद्रा चंदूमल ने वापस किया शिवाय गोपाल चंद्र को छोड़कर और इसी से कौन झूठ बोल रहा है उसका पता चल जाता है।
आशा करता हूं आप सभी को Akbar Birbal Stories In Hindi | अकबर बीरबल की कहानियां पोस्ट पसंद आया होगा। यदि आप और मजेदार और दिल जीत लेने वाले रोमांचक कहानियां पोस्ट पढ़ना चाहते हैं तब नीचे कमेंट कर दीजिएगा।
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