50+ Anti Modi Slogan In Hindi (मोदी विरोधी पर स्लोगन)


50+ Anti Modi Slogan In Hindi (मोदी विरोधी पर स्लोगन) गुजरात के वडनगर में एक  छोटे से परिवार में जन्म लेने के बाद भी अच्छे विचारों तथा गहन लगन के बल पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी खुद को इतना आगे और महानता की ओर ले गये। मोदी जी ने बचपन में चाय बेचकर अपने पिता जी की सहायता की तथा उनके व्यवसाय में अहम भूमिका निभाई, और खुद चाय की दुकान चलाई। 

उनका एजेंडा मोदी है, बीजेपी का एजेंडा भारत है।

राहुल का भाषण लोगों के मनोरंजन के लिए अच्छा है।

जिस “माँ-बेटा” सरकार ने देश को बर्वाद कर दिया है उसे सजा दो।

8 साल की उम्र में वे आर एस एस के संगठन से जुड़ गए, जिसके सम्पर्क में वे लंबे समय तक रहे। स्नातक पूरी करने के बाद उन्होंने देश के धार्मिक केंद्रों का दौरा किया तथा 1970 में वे वापस फिर से गुजरात लौटे जिसके बाद वे आर एस एस के एक पूर्ण कार्यकर्ता के रूप में सदस्य बन गये। तो चलिए Anti Modi Slogan In Hindi के बारे में जानते है। 

Anti Modi Slogan In Hindi – मोदी विरोधी पर स्लोगन 50+ Anti Modi Slogan In Hindi (मोदी विरोधी पर स्लोगन)

1975 में सभी संगठनों में आपातकालीन लगने के कारण मोदी जी को गुप्त रहना पड़ा। 1985 में उन्होंने बीजेपी पार्टी से जुड़ने का निर्णय लिया और 2001 तक उन्होंने बीजेपी में कई पदों का सत्यापन किया जिस कारण वे भाजपा में सचिव के पद पर तैनात हुए। वर्ष 2001 में केशुभाई पटेल को हराने के बाद नरेंद्र मोदी को गुजरात के मुख्यमंत्री का पद दिया गया। Anti Modi Slogan In Hindi पर हमने जो स्लोगन लिखा है, वह स्लोगन है – 

जितना अधिक आप मेरे ऊपर कीचड़ फेंकेंगे, उतना अधिक कमल खिलेगा।

आप मुझे एक मजबूत सरकार दीजिये, मैं आपको एक मजबूत भारत दूंगा।

भारत रिवर्स गियर में चल रहा है।

anti modi slogan

हम एक “स्किल्ड इंडिया” चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस ने १० साल में एक “स्कैम इंडिया” बना दिया है।

उनका एजेंडा मोदी है, बीजेपी का एजेंडा भारत है।

राहुल का भाषण लोगों के मनोरंजन के लिए अच्छा है।

जिस “माँ-बेटा” सरकार ने देश को बर्वाद कर दिया है उसे सजा दो।

मैंने चाय बेची है, लेकिन कभी अपना देश नहीं बेचा।

Slogans On Anti Modi In Hindi

इस चुनाव में, कांग्रेस किसी एक राज्य में भी  दो अंकों के आंकड़े को नहीं छू पायेगी।

आर एस वी पी मॉडल पांच साल में  १ लाख को ४०० करोड़ तक बढ़ा सकता है।

शहज़ादे के लिए गरीबी पर्यटन है, मैं जीवन में चाय बेच कर उठा हूँ।

राजवंश लोकतंत्र का दुश्मन है .

कांग्रेस का घोषणापत्र एक घोषणापत्र नहीं बल्कि एक धोखा पात्र है।

कांग्रेस का घोषणापत्र एक घोषणापत्र नहीं बल्कि एक धोखा पात्र है।

किसी भी राजनीतिक पार्टी के लिए उसका घोषणापत्र गीता, कुरान और बाइबिल की तरह होना चाहिए.

पाकिस्तान के पास 3 ऐकेज हैं – ऐ के 47 , ऐ के अंटोनी, ऐ के -49 जिसने नयी पार्टी बनायी है

भाजपा विरोधी ताकतों का एक ही एजेंडा है- मोदी रोको.

कोंग्रेस में दस-नंबरी गांधी हैं , वे दस- जनपथ पे रहते हैं।

कांग्रेस और करप्शन जुड़वाँ बहने हैं।

पूर्वोत्तर, अष्ट लक्ष्मी है , उसे एक कमल की जरूरत है.

कौन सी माँ एक हारी हुई लड़ाई में अपने बेटे को बलिदान करना चाहेगी ?

अच्छे दिन आने वाले हैं।

अबकी बार मोदी सरकार।

मुझे देश के लिए मरने का अवसर नहीं मिला है, लेकिन मुझे देश के लिए जीने का अवसर मिल गया है.

वडोदरा में सिर्फ ५० मिनट बिताये और ५ लाख वोटों से जीत गया।

मैं मज़दूर नंबर १ हूँ।

हमारा मन्त्र है : सबका साथ सबका विकास। 

जो बच्चे मुश्किल से मां, पापा कह पाते हैं , वे  अबकी बार मोदी सरकार कह रहे हैं. यह लोकतंत्र की शक्ति है.

मेरे लिए लगन, श्रद्धा और निष्ठा से काम करना ही, सच्चा धर्म है।

“देश का गौरव होगा तो किसी को भी देश पर आंख उठाने की हिम्मत नहीं होगी।”

डरते वह है जो अपनी छवि के लिए मरते हैं, मैं तो हिंदुस्तान की छवि के लिए मरता हूं, इसलिए किसी से नहीं डरता हूं।

सबका साथ सबका विकास यही हमारा मंत्र हैं

हम में से हर किसी के अंदर अच्छे और बुरे दोनों गुण होते हैं जो अच्छो पर ध्यान केंद्रित करने का निर्णय लेते हैं वह जीवन में सफल होते हैं।

वक्त कम है जितना दम है, लगा दो कुछ लोगों को मैं जगाता हूं, कुछ लोगों को तुम जगा दो।

जो निरंतर चलते रहते हैं वही बदले में मीठा फल पाते हैं सूरज की अटलता को गतिशील और लगातार करने वाला कभी ठहरता नहीं इसलिए बढ़ते चलो।

एक बार यदि हमें ये निश्चित कर लिया की हमें कुछ करना है। तो हम मिलो तक आगे बढ़ सकते है।

बहुत हुआ भ्रष्टाचार, अबकी बार मोदी सरकार।

मेरे पास अपने बाबा दादा की दौलत की नाही एक पाई हैं, और ना ही मुझे चाहिए, मेरे पास अगर कुछ हैं तो अपनी माँ का दिया आशीर्वाद!

कठिन परिश्रम कभी असफल नहीं होता। वह आपको संतुष्ट ही करता है।

अच्छे दिन हम पर निर्भर करते हैं।

यदि 125 करोड़ लोग एक साथ काम करे, तो भारत 125 करोड़ कदम आगे बढ़ जायेंगा।”

माना की अँधेरा घना हैं लेकिन दिया जलाना कहा मना हैं!

यदि आपके पास एक बन्दुक हैं तो आप पूरी धरती को लाल बना सकते हैं लेकिन यदि आपके पास हल हैं तो आप पूरी धरती को हरा भरा कर सकते हैं।

क्यू ना हम गरीबी के विरुद्ध एक विजयी अभियान शुरू करे। आओ साथ मिलकर गरीबी हटाये।

इसके बाद मोदी जी 2014 में देश के प्रधानमंत्री बने इसके कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में विभिन्न प्रकार के विकास के साथ-साथ कौशल योजनाओं का आरम्भ किया। हालांकि कुछ राज्यों के किसानों के बीच प्रधानमंत्री की छवि विशेष नहीं रही है, जिस वजह से अब तक उनके खिलाफ अनेक जन आंदोलन हो चुके है। जिनमे से कुछ निम्नलिखित है –

  • कृषि विधेयक के नियमों के कारण, किसानों का जन आन्दोलन।
  • मोदी सरकार के खिलाफ 2014 में किसान सड़कों में उतरे ।
  • उत्तर प्रदेश, हरियाणा , तथा पंजाब में किसान केंद्र सरकार से अत्यधिक नाराजगी जताते हैं।

नरेंद्र मोदी जब से प्रधानमंत्री बने उन्होंने जय जवान जय किसान और जय विज्ञान का नारा जनता को दिया। 2014 से मोदी सरकार निरन्तर किसानों के खुशहाल जीवन की कल्पना कर रही है यानी काम कर रहे है इसके बावजूद भी पिछले 8 वर्षों से हर महीने मोदी सरकार के खिलाफ किसानों ने बहुत सारे आंदोलन करके कई बार भारत को बंद किया है।

जब से संसद में कृषि संबंधित बिलों को पारित किया गया है तब से किसान और भी आक्रोशित होकर अपना उग्र रूप हर महीने दिखा रहे हैं  पिछले 8 वर्षों से किसानों द्वारा मोदी सरकार के खिलाफ जन आंदोलन इस प्रकार हैं –

भूमि अधिग्रहण के खिलाफ किसान 

जब से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद में विराजमान हुए। तब सबसे पहले किसानों द्वारा ही जन आंदोलन करके सड़कों पर विभिन्न प्रकार के मोर्चे खोले गए। 2015 के जनवरी माह में मोदी सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण कानून में कुछ विशेष बदलाव लाने का अध्यादेश लाया गया तो उसके खिलाफ संपूर्ण देश के किसानों द्वारा सड़क पर आंदोलन किया गया।

भले ही मोदी सरकार द्वारा इस अध्यादेश को सफलतापूर्वक लोकसभा में पास करा लिया था परंतु किसानों के बढते जन आंदोलन के कारण सरकार द्वारा इसे वापस लिया गया। इस कारण भाजपा के विभिन्न सहयोगी दल इस अध्यादेश को वापस लेने के लिए मजबूर हो गए। 

इस दौरान अन्य पार्टियों को भी किसानों के समर्थन में मोदी सरकार के विरोध करने का अच्छा मौका मिला ,इस वक्त शिवसेना दल को भाजपा सरकार का विरोध करने का सही मौका मिल पाया। इस आंदोलन में अन्ना हजारे भी धरने में बैठ गए ,राहुल गांधी ने भूमि अधिकरण अध्यादेश का विरोध करके मोदी सरकार के खिलाफ विभिन्न प्रकार के नए दोष स्थापित कर दिए। तथा नरेंद्र मोदी को संपूर्ण देश के किसानों का विरोधी बताया गया।

जंतर-मंतर पर महीनों बैठे किसान

2017 में जंतर मंतर पर तमिलनाडु के किसान महीनों तक बैठे रहे किसानों का उद्देश्य कर्ज माफी ,सूखे से राहत पैकेज और सिंचाई संबंधित समस्याओं का भली-भांति समाधान के लिए कावेरी प्रबंधन बोर्ड के नए गठन कि मांग था।

जिसके लिए किसान दिल्ली के जंतर मंतर में महीनों धरना देकर बैठ गए इन किसानों ने जैसे तैसे यहां पर अपने दिन गुजारे और इन्हें राहुल गांधी का भी भरपूर समर्थन मिला। भारत में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई.पलानिस्वामी द्वारा आश्वासन मिलते ही किसानों द्वारा यह आंदोलन खत्म किया गया।

दिल्ली तक किसान क्रांति यात्रा 

मोदी सरकार के चलते भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में किसानों ने हरिद्वार से दिल्ली तक पैदल किसान यात्रा निकाल दी इस आंदोलन के दौरान किसानों की मांग गन्ने से लेकर स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने तक थी अर्थात इस आंदोलन में किसानों की अनेक मांग एक साथ दिखाई दी।

2018 में गांधी जयंती के दौरान किसान  दिल्ली में गांधीजी के समाधि स्थल पर अपना आंदोलन जाहिर करना चाहते थे परंतु उन्हें दिल्ली के बॉर्डर पर ही रोका गया इस कारण उन्होंने अनेक हिंसात्मक घटनाओं को शरण दी।

दिल्ली पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए पानी का उपयोग किया और साथ ही आंसू गोली का इस्तेमाल कर किसानों को वहां पर रोका गया। परंतु किसान फिर भी नहीं माने उन्होंने केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करनी चाही तथा मुलाकात के बाद उन्हें सरकार द्वारा आश्वासन दिया गया और वे वापस लौटे।

जंतर मंतर किसान महासभा की रैली

वर्ष 2018 के नवंबर महीने में भी अखिल भारतीय किसान समिति द्वारा विभिन्न छोटे किसानों की समितियों के 208 जन संगठनों ने आपस में जुड़ कर दिल्ली की रामलीला मैदान से अपनी यात्रा आंदोलन के रूप में शुरू की और संसद भवन तक विशाल रैली का रूप लेकर अपनी बातों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचाने का रास्ता अपनाया। तथा मोदी सरकार का विरोध प्रदर्शन किया इसमें और भी विपक्षी नेताओं ने हिस्सा लिया था।

उम्मीद है की आपको Anti Modi Slogan In Hindi | मोदी विरोधी पर स्लोगन से जुड़ी सभी जानकारी मिल चुकी होगी।

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