Blood Donation Slogans In Hindi [50+ रक्तदान पर नारा]


Blood Donation Slogans In Hindi [50+ रक्तदान पर नारा] दुनिया में हर एक मिनट लाखों लोगों को खून की कमी महसूस होती है, जिससे किसी ने किसी को हर मिनट खून की आवश्यकता पड़ती है। रक्तदान करके मनुष्य किसी के जीवन को बचा सकता है, और हमें रक्तदान अवश्य करना चाहिए क्योंकि इससे किसी का भला हो सकता है।

रक्त की हर एक बूँद जरूरी, रक्तदान से होगी मानवता पूरी।

गांव शहर सबको समझाएं, रक्तदान के फायदे बताएं।

एक कदम रक्तदान, आपके मानवता की है पहचान।

विभिन्न दुर्घटनाओं से ग्रस्त लोग अविकसित बच्चे, ऑपरेशन से जूझ रहे लोगों को हमेशा खून की जरूरत पड़ती है जहां आपका और हमारा खून जांच के बाद उन समस्याओं से जूझ रहे लोगों की जान बचा सकता है। तो चलिए Blood Donation Slogans In Hindi के बारे में जानते है। 

Blood Donation Slogans In Hindi – रक्तदान पर नारा Blood Donation Slogans In Hindi

हर दिन किसी ना किसी को रक्त का जरूरत होता है, परंतु ब्लड बैंक में उपस्थित ब्लड ना होने के कारण  मरीजों को कई समस्याओं से जूझना पड़ता है, और इसी समस्या का समाधान करने के लिए हमें रक्तदान करना चाहिए। हमने Blood Donation Slogans In Hindi पर जो स्लोगन लिखा है, वह हे –

रक्तदान है महादान, इससे बड़ा न कोई दान।

रक्तदान जरुरी है, ये जन कल्याण की धुरी है।

चलो करें हम रक्तदान, और बनें देश का हम अभिमान।

हर किसी को प्रेरित करें रक्तदान के लिए, ये अत्यंत जरुरी है जीवनदान के लिए।

छोड़ के सारे दूसरे काम, चलो करें हम रक्तदान।

रक्तदान अपनाएंगे, खुद की पहचान बनाएंगे।

रक्त की हर एक बूँद जरूरी, रक्तदान से होगी मानवता पूरी।

Blood Donation Slogans

गांव शहर सबको समझाएं, रक्तदान के फायदे बताएं।

एक कदम रक्तदान, आपके मानवता की है पहचान।

आपके 20  मिनट का रक्तदान, किसी के लिए है जीवन दान।

Blood Donation Slogan In Hindi

ना जाने कितने लोगो के दुखो का करोगे समाधान वर्ष मे एक बार अवश्य करो रक्तदान।

रक्तदान करो, जीवन में अनगिनत रंग भरो।

रक्तदान देकर किसी मरते को बचा सकते हो, इस कार्य से तुम कितने जीवन सवार सकते हो।

Slogan On Blood Donation In Hindi

रक्तदान में ना करो संकोच, रक्त दान करो निःसंकोच।

रक्तदान करके जीवन का सम्मान करो, आदर सत्कार से लोगो के जीवन में रंग भरो।

रक्तदान के ओर कदम बढ़ाओ, जरुरतमंदो के जीवन में खुशिया लाओ।

रक्तदान से होता है स्वास्थ्य अच्छा, इससे कर पाओगे लोगो के जीवन की रक्षा।

रक्तदान ना करना है बहुत क्षतिपूर्ण, क्योंकि इसका हर कतरा है महत्वपूर्ण।

रक्तदान का करो फैसला, जीवन में अपने भरो हौंसला।

रक्तदान का दो उपहार, जरुरमंदो के जीवन में लाओ खुशिया और प्यार।

रक्तदान को ना बनाओ मजबूरी, रक्तदान है बहुत जरुरी।

रक्तदान का मार्ग अपनाओ, अपने इस कार्य से अनगिनत जिंदगिया बचाओ।

रक्तदान करके जरुरतमंदो को दो प्यार, पाओ अनगिनत खुशियां और प्यार।

आपका रक्तदान कई जिंदगिया बचा सकता है, मौत से जूझ रहे लोगो को जीवन दिला सकता है। 

रक्तदान करना किसी तीर्थ करने से कम नही है।

रक्तदान करके हम देश के अनगिनत लोगो के जीवन की रक्षा कर सकते है।

रक्तदान भी वर्तमान समय में गौ दान से कम नही है।

रक्तदान करके स्वस्थ्य बनो, शरीर में शुद्ध रक्त का संचार करो।

रक्तदान करके हम किसी के जीवन को बचा सकते है।

रक्त है ईश्वर का वरदान, वर्ष में एक बार इसे तुम अवश्य करो दान।

अपने रगो में बहते लहु का करो उपयोग, इसको दान करके करो इसका सदुपयोग।

रक्तदान करके जरुरतमंदो को दो जीवनदान, क्योंकि यह कार्य है सबसे महान।

शरीर में बह रहे लहु का करो उपयोग, दान करो इससे बचाओ जिंदगियां अनेक।

रक्तदान करके सम्मान पाओ, अपने कार्य से लोगो का जीवन बचाओ।

रक्तदान करने की प्रक्रिया

किसी रक्तदान शिविर में पहुंचने के बाद रक्तदान करने वाले व्यक्ति को लगभग 1 घंटे का वक्त लगता है। और यदि उसके बाद रक्तदान करने की प्रक्रिया के बारे में बताएं तो वह है – 

  • रक्तदान करने की प्रक्रिया 10 से 12 मिनट का वक्त लेती है।
  • सबसे पहले रक्तदान करने वाला व्यक्ति अपना पंजीकरण फार्म भरता है। जिसमें उसका नाम ,पता , मोबइल नंबर,आधार नंबर तथा और भी अन्य विवरण भरे जाते हैं।
  • पंजीकरण के अलावा व्यक्ति का लाइसेंस तथा पहचान पत्र के दो रूपों की जरूरत होती है।
  • पंजीकरण प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद व्यक्ति से उसकी साधारण अवस्था के बारे में डॉक्टरों द्वारा सवाल पूछे जाते हैं।
  • यदि उस व्यक्ति में हीमोग्लोबिन की मात्रा 12.5 परसेंट से ऊपर मिलती है तो वह व्यक्ति अपने रक्त को दान कर सकता है।
  • रक्तदान करने वाले व्यक्ति का वजन 40 किलो से कम नहीं होना चाहिए।
  • उस व्यक्ति का साधारण सा परीक्षण होता है जिससे उसकी वर्तमान अवस्था का जांच किया जाता है।
  • उसके बाद बॉडी का तापमान ,नाडी में रक्त प्रवाह की दर, रक्तचाप और हिमोग्लोबिन के स्तर की सही-सही जांच की जाती है।
  • एक व्यक्ति रक्तदान तभी कर सकता है  जब उसका शरीर सामान्य अवस्था में दिखाई दे।
  • रक्तदान शिविर में डॉ आपकी बाह को बड़ी ही सफाई के साथ एक इंजेक्शन द्वारा आपका ब्लड निकालने की प्रक्रिया शुरू करते हैं।
  • इस प्रकार रक्तदाता के शरीर से 1 यूनिट रक्त 8 से 10 मिनट के समय में निकाला जाता है जिसे एक पैकेट में एकत्र किया जाता हैं।
  • 1 यूनिट रक्त पूरा हो जाने के बाद डॉक्टर द्वारा इंजेक्शन आपके शरीर से वापस निकाला जाता है और उस स्थान पर बैंडेज लगाया जाता है जहां पर वह इंजेक्शन लगाया गया था।
  • रक्तदान की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद आपको कुछ वक्त के लिए आराम की जरूरत होती है तथा अपने शरीर को तरोताजा करने के लिए कुछ खाना आवश्यक है।
  • जब आपका शरीर पुनः सामान्य अवस्था में आ जाता है तो आप कहीं भी जा सकते हैं।

 कौन नहीं कर सकता रक्त दान

वह महीला जो स्तनपान कराने वाली हो रक्तदान नहीं कर सकती और ना ही वह महीला जो पीरियड से गुजर रही हो। वह व्यक्ति जो रक्तदान करने से 40 घंटे पहले एल्कोहल का सेवन कर चुका हो, ऐसा व्यक्ति रक्तदान नहीं कर सकता।

65 साल से बड़ा व्यक्ति तथा 18 की उम्र से कम वाला व्यक्ति रक्तदान नहीं कर सकता। जिस व्यक्ति में हीमोग्लोबिन की मात्रा 12% से कम होती है वह रक्तदान नहीं कर सकता।

45 किलो से कम भार वाला व्यक्ति भी रक्त दान नहीं कर सकता। WHO के अनुसार हेपेटाइटिस  HIV इत्यादि के लिए रक्त को पहले भलीभांति जांच लेना चाहिए इनमें से एक भी गुण पाए जाने पर उस रक्त को छोड़ दिया जाता है।

रक्‍तदान आवश्यक क्यों है

हमारे शरीर में पानी के अलावा एकमात्र रक्त ही इतना महत्वपूर्ण द्रव है जिसके आधार पर हम अपना सारा जीवन व्यतीत करते हैं यदि हमारे शरीर में रक्त ना हो तो हमारा जीवन जीना असंभव हो जाता है और व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। 

शरीर में खून का 60% द्रव्य तथा 40% ठोस होता है, अन्य भाषा में द्रव्य को ही प्लाज्मा कहा जाता है जिसमें 90% पानी होता है और 10% पोषक तत्व मिले होते हैं जो भोज्य दवाओं के रूप में अत्यधिक त्रीव मात्रा में हमारे शरीर में एकत्र हो जाते है।

परंतु दूसरी ओर रक्त का ठोस हिस्सा जिसे लाल रक्त कणिकाएं तथा श्वेत रक्त कणिकाएं कहा जाता है इनके बनने में अत्यधिक समय लग जाता है।

इस कारण एक मरीज को अपने शरीर में लाल रक्त कणिकाएं तथा श्वेत रक्त कणिकाओं के बनने में अत्यधिक समय लग जाता है जिस कारण लोग अपने रक्त का दान करके अनेक मरीजों की जान बचा सकते हैं। 

कभी मरीजों की अत्यधिक खराब हालत होने के कारण उनके शरीर में पुनः लाल रक्त कणिकाएं तथा श्वेत रक्त कणिकाओं को वापस बनाने में अत्यधिक वक्त लग जाता है जिस कारण उनकी जान चली जाती है। 

इसीलिए हमें अधिक से अधिक जरूरतमंदों को अपना रक्त दान स्वरूप भेंट करना चाहिए जिससे अनेक लोगों की जान बच सकती है, क्योंकि रक्त को कभी बनाया नहीं जा सकता हम रक्तदान करके ही अन्य लोगों की जान बचा सकते हैं। 

भारत जैसे विशालकाय देश में प्रतिवर्ष 250 सीसी खून के लगभग 4 करोड यूनिट की आवश्यकता पड़ती है जिसमें से उसे सिर्फ  5 लाख यूनिट ही उपलब्ध हो पाता है। 

रक्‍तदान के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव

रक्तदान करने से 3 घंटे पहले आवश्यक भोजन का आहार करें, जिसमें पौष्टिक तत्वों की उचित मात्रा हो। रक्तदान करने के बाद आप को दिए जाने वाले नाश्ते को स्वीकार करना चाहिए क्योंकि वह आपको सामान्य अवस्था में लाने के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होता है।

रक्तदान करने से पहले आपको धूम्रपान का सेवन नहीं करना चाहिए और ना ही रक्तदान करने के बाद। रक्तदान करने के बाद आपको 3 घंटे तक धूम्रपान तथा एल्कोहल का सेवन नहीं करना चाहिए। 

रक्‍तदान के बारे में फैलाई गई गलत धारणाएँ

रक्तदान करने के बाद आप कमजोरियां और अत्यंत थकान महसूस करेंगे” ऐसा कुछ भी नहीं होता आप रक्तदान करने के बाद थकान तथा कमजोरी महसूस नहीं करते। बशर्ते आपको  अच्छे पोस्टिक आहार का सेवन करना पड़ेगा। 

आप रोज के कार्यों को निश्चित रूप से नहीं कर पायेंगे”आप अपना जीवन  रोज की तरह यापन कर सकते हो इसके लिए आपको कुछ दिनों तक थोड़े आराम की जरूरत पड़ती है।

शरीर का खून कम हो जाएगा ” यदि आपके सभी परीक्षण सामान्य निकलते हैं तो रक्तदान के बाद भी आपके शरीर में खून की मात्रा घट नहीं सकती, कुछ दिनों पश्चात आपके शरीर में फिर सामान्य स्थिति में खून बढ़ जाएगा।

“रक्तदान के बाद आप शराब नहीं पी सकते “रक्तदान के अगले दिन से आप अपने सभी प्रकार के नसों का सेवन कर सकते हैं। “रक्तदान करने की प्रक्रिया बहुत दर्द देगी ” रक्तदान प्रक्रिया में सिर्फ कुछ क्षणों का दर्द होता है उसके बाद आप दर्द महसूस नहीं करते।

“आपको एड्स हो सकता है “आपको रक्तदान करने से एड्स जैसी समस्याओं से नहीं जूझना पड़ता ,डॉक्टरों द्वारा आपके शरीर में नए इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जाता है।

रक्‍त से जुड़े विशेष तथ्य

हमारे शरीर में रक्त जीवन को बनाए रखने वाला द्रव है जो शरीर में पस्थित धमनियों, हृदय और नसों में प्रवाहित होता है। शरीर में खून के माध्यम से विभिन्न प्रकार के पोषण, इलेक्‍ट्रोलाइट, हार्मोन, विटामिन, एंटीबॉडी,और ऑक्सीजन पहुंचते हैं। 

खून हमारे शरीर से अवशिष्ट पदार्थों और कार्बन जैसी विषैली गैस को बाहर निकालता है। यह हमारे अंदर विभिन्न प्रकार के संक्रमण से लड़ने में हमारे मदद करता है , यह हमारे घाव को भरने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस प्रकार से हमारा रक्त हमें हमेशा स्वस्थ बनाता है।

  • हमारे शरीर में 70% खून होता है।
  • नवजात शिशु के शरीर में लगभग 1 कप खून होता है।
  • शरीर में पहुंचने वाली विभिन्न प्रकार के संक्रमण में सबसे पहले श्वेत रक्त कणिकाएं युद्ध करके उन संक्रमणों को समाप्त करती हैं।
  • शरीर के अंदर प्रत्येक अंग तक लाल रक्त कणिकाओं द्वारा ऑक्सीजन की सप्लाई की जाती है।
  • मात्र 2-3 बूंद में लाखों लाल रक्त कणिकाएं उपस्थित रहती हैं।
  • श्वेत रक्त कणिकाएं 5 से 6 दिन तथा लाल रक्त कणिकाएं 120 दिन जिंदा रहती है।

उम्मीद है की आपको Blood Donation Slogans | Blood Donation Slogans In Hindi | रक्तदान पर स्लोगन से जुड़ी सभी जानकारी मिल चुकी होगी।

यह पोस्ट कैसा लगा नीचे कॉमेंट करके ज़रूर बताए, और यदि आपको यह पोस्ट पसंद आया है, तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरूर Share करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here