दोस्तों अगर आप पुस्तकालय पर निबंध लिखना चाहते हो और pustakalaya par nibandh या Essay On Library In Hindi तलाश रहे हो तो आजके इस पोस्ट में हम importance of library in hindi, पुस्तकालय पर निबंध – Essay On Library In Hindi! share करिंगे।
एक कहावत है बिना शिक्षा के मनुष्य पशु के समान है और शिक्षा प्राप्त करने हेतु पुस्तकालय एक ऐसा स्थान है जिसे हम ज्ञान का सागर भी कह सकते हैं जहां मनुष्य जितना ज्ञान प्राप्त करें उतना ही ज्ञानी होता है।
आज हम आपके साथ इस लेख में पुस्तकालय पर निबंध (Essay On Library In Hindi) सांझा करने जा रहे हैं जिसका अध्ययन करके आप स्कूली परीक्षाओं में या फिर प्रतियोगिताओं में पुस्तकालय पर एक शानदार निबंध तैयार कर सकते हैं। पुस्तकालय में सभी क्षेत्रों की पुस्तकें, मैगजीन प्राप्त होती हैं। जिनके माध्यम से किसी भी आयु का व्यक्ति अपने अध्ययन के लिए उपयुक्त किताबें चुन सकता है।
इसलिए भले ही आज डिजिटल मीडिया का समय है लेकिन आज भी बच्चे,बड़े एवं बुजुर्ग लाइब्रेरी जाते हैं पुस्तकें पढ़ते हैं अतः पुस्तकालयों की महत्वता आज भी हमारे जीवन में बनी हुई है। हमें आशा है पुस्तकालय पर दिए गए यह लघु एवम् बड़े निबंध आपके लिए उपयोगी साबित होंगे।
पुस्तकालय पर निबंध – Essay On Library In Hindi
निबंध 1 (300 Words)
पुस्तकों का विशाल संग्रह जिस स्थान पर पाया जाता है उसे हम पुस्तकालय कहते हैं।पुस्तकालय ज्ञान के प्रकाश को असीमित लोगों तक पहुंचाकर उनके उज्जवल भविष्य का निर्माण करने में सहयोग देते हैं।
इसलिए जिस प्रकार विद्यालयों में मां सरस्वती निवास करती है पुस्तकालय भी मां सरस्वती का एक स्थान माना जाता है जहां पर संग्रहित ज्ञान रूपी पुस्तकें को पढ़कर मनुष्य अपने राष्ट्र की उन्नति मैं योगदान दे सकता है।
पुस्तकालयों का महत्व
सृष्टि के समस्त प्राणियों में मनुष्य एकमात्र ऐसा जीव है जिसके पास चिंतन मनन कर अपने विचारों को दूसरों तक पहुंचाने की क्षमता होती है और पुस्तकें मनुष्य को इस काबिल बनाती हैं कि वह अपने महान विचारों से दूसरों के लिए मिसाल कायम कर सके।
पुस्तके हमारे लिए ज्ञान का भंडार हैं जिनका जितना अधिक अध्ययन किया जाए यह उतना ही मानसिक तौर पर मनुष्य को मजबूत करती हैं। पुस्तकालय मनुष्य को उन विभिन्न पुस्तकों से अवगत कराता है जिसकी उसे एवं समाज को आवश्यकता हो। इसलिए प्राचीन काल से ही कहा जाता है कि कुछ नया सीखने के लिए सबसे बेहतरीन शिक्षक हैं पुस्तकें, जिन्हे लेखक द्वारा सालों के अनुभव, तजुर्बे के आधार पर पाठकों के लिए पेश किया जाता है।
पुस्तकालय में विभिन्न विषयों की किताबें उपलब्ध होती है और व्यक्ति के पास अपनी आवश्यकता के अनुरूप यह चयन करने का अधिकार होता है कि कौन सी पुस्तक पढ़ी जाए? जिससे अपने ज्ञान एवं कौशल को बढ़ाया जाए।
दुनिया में विषय अनंत है इनमें से कई विषयों का ज्ञान दुर्लभ (महंगी पुस्तकों) में होता है। इन सभी विषयों पर आधारित पुस्तकों को खरीदकर पढ़ पाना हर किसी के लिए संभव नहीं होता तो पुस्तकालय एक सस्ता और सुगम साधन है पुस्तकों को पढ़ने का!
दुनिया के विभिन्न देश नागरिकों के लिए पुस्तकालय की अहमियत को भलीभांति समझते हैं। इंग्लैंड, अमेरिका जैसे देश अपने पुस्तकालयों के लिए भी जाने जाते हैं इस संबंध में बात की जाए भारत की तो सबसे बड़ा पुस्तकालय कोलकाता में स्थित राष्ट्रीय नेशनल पुस्तकालय है। जिसमें 10 लाख से अधिक पुस्तकें संग्रहीत की गई है।
इन पुस्तकालयों में हर घंटे रोजाना सैकड़ों लोग आकर पुस्तकें पढ़ते हैं नई नई चीजें सीखते हैं और रोजाना इसी क्रम को बनाए रखते हैं। कुछ नया पढ़ना सीखने के लिए किताबों से बेहतर कोई भी सामग्री अब तक बनी नहीं। इसलिए अक्सर न सिर्फ हमारा एजुकेशन सिस्टम हमें पुस्तकें पढ़ने के लिए प्रेरित करता है बल्कि वे लोग जो जिंदगी में सफलता के शिखर को छू चुके हैं वे भी किताबों को मनुष्य के विकास का अहम जरिया मानते हैं।
क्योंकि किताबें मनुष्य के लिए कुछ नया जानने, नवीनतम विचारों को अपनाने का एक शानदार माध्यम हैं। पुस्तकालय मनुष्य को डिप्रेशन, निराशा जैसी स्थिति में भी सकारात्मक सोचने कि शक्ति देती हैं और पुस्तकालय सभी पुस्तकों को मुहैया कराता है।
निष्कर्ष
जब तक जीवन है तब तक मनुष्य को कभी सीखना बंद नहीं करना चाहिए और इस आधुनिक दौर में भी कुछ नया सीखने के लिए पुस्तकालय एक सर्वोत्तम माध्यम हैं।
निबंध 2 (500 Words)
भारतीय संस्कृति में ज्ञान के 2 मंदिर हैं विद्यालय और पुस्तकालय बाल अवस्था में नियमित तौर पर हम विद्यालय जाकर गुरु की देखरेख में शिक्षा हासिल करते हैं वही पुस्तकालय किसी भी उम्र के व्यक्ति के लिए ज्ञान प्राप्त करने का एक सर्वोत्तम माध्यम है।।
पुस्तकालय शब्द पुस्तक + आलय का एक संक्षिप्त रूप है। जिसका अर्थ होता है पुस्तकों का घर जहां पर सभी उम्र के लोगों को सभी क्षेत्रों की पुस्तकें एक ही स्थान पर प्राप्त हो जाती हैं।
पुस्तकालय का महत्व
प्राचीन काल से ही पुस्तकें ज्ञान प्राप्त करने एवं दूसरों तक पहुंचाने का एक बेहतरीन माध्यम रही हैं।
जैसा कि हमें ज्ञात है अंधकारमय जीवन से ज्ञान के प्रकाश का सफर शिक्षा से ही तय हो पाता है। और शिक्षा प्राप्त कर ज्ञान का दीपक जलाने के लिए पुस्तकें बनाई गई है जिस प्रकार मनुष्य को शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए खेलकूद की आवश्यकता होती है उसी प्रकार मानसिक रूप से सुदृढ़ एवं ज्ञानवर्धक बनने के लिए पुस्तकें पढ़नी पड़ती है।
पुस्तकालयों के संपर्क पर रहकर व्यक्ति सामाजिक बुराइयों, प्रलोभनों से भी बच जाता है। क्योंकि नियमित तौर पर पुस्तकों का अध्ययन करना,सोचने समझने की शक्ति को विस्तृत करता है जो व्यक्ति में सकारात्मक सोच पाती है। आप इसका जीवंत उदाहरण अपने दैनिक जीवन में भी देख सकते हैं, वे लोग जो पुस्तकों में अपना अधिकतर समय व्यतीत करते है।
पुस्तकालय में उपलब्ध पुस्तकें सभी वर्ग के लोगों के लिए उपयोगी होती हैं। एक बच्चा जहां कॉमिक्स पढ़ सकता है वही उम्र में बड़े लोग पुस्तकालय का उपयोग अपने कैरियर एजुकेशन से जुड़े विषयों को पढ़कर नया ज्ञान हासिल करने के लिए कर सकते हैं। वही बुजुर्ग पुस्तकालय में समाचार पत्र पढ़ने देश दुनिया की नई नई जानकारियों से अपडेटेड रहने के लिए करते हैं.
इस प्रकार देखा जाए तो पुस्तकालय आज भी हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण भाग है, जो किसी भी उन्नत समाज या राष्ट्र के विकास में अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान निभाता है।
पुस्तकालय का विस्तार
सदियों से विभिन्न देशों में पुस्तकालय चलाई जा रही हैं। विश्व की सबसे बड़ी पुस्तकालयों में वाशिंगटन का पुस्तकालय library of congress है जो अमेरिका में स्थित है। जबकि भारत का सबसे बड़ा पुस्तकालय कोलकाता का राष्ट्रीय पुस्तकालय है जिसमें 10 लाख से भी अधिक किताबें स्टोर की गई हैं।
अभी भी कई स्थानों पर पुस्तकालय है नहीं है, और देश में अभी भी बड़ी संख्या में जो लोग अशिक्षित हैं, उन्हें शिक्षित करने में पुस्तकालय महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं।
निष्कर्ष
सरकार को चाहिए कि अधिक से अधिक सार्वजनिक पुस्तकालय का निर्माण कराएं एवं वे लोग जो आर्थिक रूप से संपन्न हैं उन्हें देश के विकास हेतु पुस्तकालय के विस्तार में मदद कर पुण्य कर्म करना चाहिए। क्योंकि यह कहना गलत नहीं होगा कि पुस्तकालय का निर्माण करना देवताओं को पूजना है क्योंकि यही वह रास्ता है जिसे अशिक्षित नागरिक देवालय जाने योग्य बन पाएंगे।
निबंध 3 (800 Words)
पुस्तकालय जानकारी प्राप्त करने का ऐसा स्त्रोत है जहां पर विभिन्न विषयों से संबंधित किताबें, मैगजीन,अखबार इत्यादि सामग्री पाई जाती हैं। पुस्तकालय शब्द का संधि विच्छेद किया जाए तो इस शब्द के दो अर्थ निकलते हैं पुस्तक+ आलय आलय से तात्पर्य स्थान से है तो पुस्तकालय शब्द का अर्थ निकलता है “पुस्तक का स्थान”
अक्सर जब हमारे दिमाग में ख्याल आता है लाइब्रेरी शब्द का तो हमारे दिमाग में एक ऐसा चित्रण बनता है जहां शांत माहौल में छात्र किताबें पढ़ते हैं, हर जगह किताबें व्यवस्थित क्रम में देखने को मिलती हैं। परंतु असल में लाइब्रेरी इससे काफी अलग है यह एक ऐसा स्थान है जहां व्यक्ति अपने दिमाग को विकसित कर ज्ञान का दीपक जला सकता है।
वे लोग जो अपने दैनिक जीवन में पढ़ना, नई नई जानकारी लेना पसंद करते हैं उनके लिए लाइब्रेरी ज्ञान का खजाना है ज्ञान प्राप्त करने का ऐसा पारंपरिक तरीका है जिसे आज भी आधुनिक युग में उपयोग में लाया जाता है।
पुस्तकालय के फायदे
आज समय बदल चुका है लाइब्रेरी के स्थान पर लोग एक क्लिक में अपने मोबाइल से कंप्यूटर पर जानकारियां हासिल करते हैं। लेकिन नीचे कुछ प्रमुख फायदे दिए गए हैं जो आज भी एक ऑफलाइन लाइब्रेरी की तरफ व्यक्ति को आकर्षित करते हैं
फ्री किताबें
लाइब्रेरी में प्रवेश करने के बाद हजारों किताबें आपके समक्ष मौजूद होती हैं! जिनमें से किसी भी किताब का चयन करके मुफ्त में ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है। बस आपके पास लाइब्रेरी कार्ड होना चाहिए जिससे लाइब्रेरी में किताबों को पढ़ने में मंजूरी मिलती है।
अनुशासन
अक्सर मन होने के बावजूद भी कई ऐसे तत्व होते हैं जो हमारी शिक्षा में रुकावट बनते हैं। लेकिन लाइब्रेरी पाठकों को एक ऐसा शांत माहौल प्रदान करता है जहां पर वे अनुशासित ढंग से किसी भी विषय पर पढ़ सकते हैं समझ कर अपने दिमाग को विकसित कर सकते हैं।
अतिरिक्त सुविधाएं
आधुनिक लाइब्रेरी पाठकों को किताबों के अलावा कई तरह की अतिरिक्त सुविधाएं देती हैं।जैसे कि internet, CD/ DVD, ऑडियोबुक्स तथा इबुक्स भी प्रदान करती हैं। जिससे किसी भी विषय पर जानकारियां हासिल करना और अधिक सरल हो जाता है।
सभी प्रकार की पुस्तकें उपलब्ध होती है।
चाहे आपको विज्ञान में रुचि हो या फिर आप खेल से जुड़े दिलचस्प आंकड़े पता करना चाहते हो सभी श्रेणी की किताबें लाइब्रेरी में मौजूद होती हैं व्यक्ति अपनी इच्छा के अनुरूप लाइब्रेरी से पुस्तक में पड़ सकता है।
पुस्तकालय के प्रकार
पुस्तकालय मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं?
सार्वजनिक पुस्तकालय
इन पुस्तकालयों में स्वेच्छा से कोई भी व्यक्ति प्रवेश कर किसी भी पुस्तक को पड़ सकता है इन पुस्तकालयों में सभी वर्ग, विषयों की किताबें उपलब्ध रहती हैं। देश भर में कई ऐसे सार्वजनिक पुस्तकालय है जहां पर कोई भी अपना समय बुक्स पढ़ने, नई चीजें सीखने में व्यतीत कर सकता है।
निजी पुस्तकालय
जब कोई व्यक्ति अपनी इच्छा के अनुरूप पुस्तकालय का निर्माण करता है वह निजी पुस्तकालय होती है। पुस्तकालय किसी खास सब्जेक्ट्स के लिए भी हो सकते हैं जिसमें लॉ, बैंकिंग जैसे विषयों के अध्ययन करने के लिए लोग जा सकते हैं! इन पुस्तकालयों में प्रवेश करने के लिए आपको पहले इजाजत लेनी पड़ती है।
कहां जाता है पुस्तकें मनुष्य की सबसे अच्छी मित्र होती हैं क्योंकि यह कभी इंसान को धोखा नहीं दे सकती पुस्तकालय मैं मौजूद पुस्तकें इंसान को मानसिक तौर पर विकास करने में मददगार साबित होती है आइए जानते हैं
पुस्तक पढ़ने के फायदे
विभिन्न क्षेत्रों की किताबें पढ़ने से जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के बारे में जानकारियां हासिल होती हैं। इससे हमारे सोचने समझने की शक्ति का विकास होता है। मनुष्य में सकारात्मक सोचने की शक्ति विकसित होती है अतः नियमित रूप से किताबें पढ़ना चाहिए।
कॉमिक्स, कहानी, किस्से, चुटकुले इत्यादि पर लिखी किताबों को पढ़ते समय अक्सर इंसान उस विषय में खो जाता है अतः किताबें पढ़ना, बोरियत समय को खुशनुमा बना सकता है। किताबें मनुष्य के ज्ञान को बढ़ाने में सहायता करती हैं जिससे हम बदलते समय के साथ खुद को अपग्रेड कर पाते हैं।
दुनिया के सफलतम इंसान आज भी किताबें पढ़ते हैं तो अतः अगर आप भी इस श्रेणी में आना चाहते है तो आपको भी पुस्तकें पढ़ने की आदत बनानी चाहिए।
निष्कर्ष
कुछ नया सीखने के लिए एक अनमोल स्थान है पुस्तकालय जो हर उम्र हर वर्ग के व्यक्ति के लिए उपयोगी है। एक पाठक होने के नाते हमारा एक कर्तव्य बनता है कि हम लाइब्रेरी पर जाकर अनुशासन का पालन कर अध्ययन करें ताकि आपकी वजह से किसी अन्य व्यक्ति को अपना शिक्षा में व्यवधान का सामना न करना पड़े।
लाइब्रेरी पर 10 लाइनें
- किताबें पढ़ने के शौकीनों के लिए लाइब्रेरी एक खजाना है, यह नई नई जानकारियों से अपने दिमाग को विकसित करने का बेहतरीन माध्यम है।
- लाइब्रेरी में किताबें व्यवस्थित क्रम में रखी जाती हैं ताकि किसी पुस्तक को ढूंढने में देरी ना हो।
- जो व्यक्ति लाइब्रेरी की देखरेख कर लाइब्रेरी रूम का प्रबंधन करता है, उसे लाइब्रेरियन कहा जाता है
- ज्ञान के सागर में डुबकी लगाने का एक माध्यम है लाइब्रेरी जहां पर उपलब्ध असीमित ज्ञान को बस पढ़ने की जरूरत होती है।
- समय के साथ इंटरनेट के हुए विस्तार से लाइब्रेरी के उपयोग में कमी आई है हालांकि आज भी इनका महत्व पहले कि तरह ही कम नहीं हुआ है।
- उम्र के अनुसार समाज के लोगों द्वारा लाइब्रेरी का इस्तेमाल अलग-अलग उद्देश्यों के लिए किया जाता है
- कम्प्यूटर, मोबाइल जैसे गैजेट का इस्तेमाल कर आज लोग लाइब्रेरी पर किताबें पढ़ना, जानकारियां हासिल करना सुविधाजनक मानते हैं।
- नहीं-नहीं चीजें सीखकर खुद को बेहतर बनाने का ही बेहतरीन स्थान है लाइब्रेरी।
- देशभर में कई स्थानों पर लाइब्रेरी देखी जा सकती है।
- लाइब्रेरी मनुष्य के समझने, पढ़ने की क्षमता को विकसित करने का कार्य करती है।
आज के इस पोस्ट में आपने पुस्तकालय पर निबंध के बारे में जाना आशा है इस पोस्ट को पढ़कर पुस्तकालय के विषय पर उपयोगी जानकारियां प्राप्त हुई होंगी। और आप pustakalaya par nibandh या Library Essay In Hindi importance of library in hindi, पुस्तकालय पर निबंध – Essay On Library In Hindi! के बारे में जान गये होगे।
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उम्मीद है की आपको पुस्तकालय पर निबंध – Essay On Library In Hindi! का यह पोस्ट पसंद आया होगा, और हेल्पफ़ुल लगा होगा।
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