Library Slogans In Hindi [पुस्तकालय पर नारे] पुस्तकालय ऐसा उत्कृष्ट व विशेष स्थान है, जहा पर आकर लाखों लोगों ने अपने जीवन को सफलता के शिखर तक पहुँचाया और करोड़ों लोग आज भी यहाँ पर अपने भविष्य को सवारने के प्रयास में लगें हैं।
लाइब्रेरी ज्ञान की कक्षा है।
लाइब्रेरी पुस्तकें वे साधन हैं जिसकी मदद से हम संस्कृतियों के बीच पुल बनाते हैं।
किताब जैसा वफादार कोई दोस्त नहीं।
यह एक ऐसा स्थान है जहां पर संसार में उपस्थित हर प्रकार का ज्ञान सीखा जाता है, जैसे सुचनाएं पाना, सेवा सिखने का मौका, दानी बनना, अमीर बनना इत्यादी । सम्पूर्ण दुनिया के रिति रिवाजों का ज्ञान भी यहां पर मिलता है।
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एक साधारण व्यक्ति जो दुनिया नही घुम सकता परन्तु वह पुस्तकालय में जाकर पुरी दुनिया के बारे में जान सकता है और अपने जीवन में कई चीजों का अनुमान काफी हद तक लगा सकता है। तो चलिए Library Slogan In Hindi [पुस्तकालय पर स्लोगन] के बारे में जानते है।
Library Slogans In Hindi – पुस्तकालय पर नारे![Library Slogans In Hindi [55+ पुस्तकालय पर नारे]](data:image/svg+xml,%3Csvg%20xmlns=%22http://www.w3.org/2000/svg%22%20viewBox=%220%200%201620%20980%22%3E%3C/svg%3E)
वर्तमान समय में ज्यादातर लोगों का मानना रहता है कि लाइब्रेरी अब सिर्फ नाम की रह गई है, क्योंकि ज्यादातर लोग पढ़ाई ऑनलाइन माध्यमों से करने लगे हैं। लोगों को लगता है ऑनलाइन माध्यमों से पढ़ाई करने में उनके पैसे और वक्त दोनों की बचत होती है।
ऑनलाइन पढ़ाई और लाइब्रेरी में जाकर उन पुस्तकों को पढ़ने में कितना फर्क है, एक पुस्तक का ज्ञान हमें असली जीवन का अनुभव कराने कि शक्ति रखता है। पुस्तकों में आधुनिक समय से वर्तमान समय तक लेकर संपूर्ण ज्ञान समाया है। जिसके कारण हमारे देश में बड़े बड़े लोगों ने अपना जीवन सवारा है। हमने Library Slogans In Hindi पर जो स्लोगन लिखा है, वह सभी Slogans है –
ये पुस्तकालय ही है जनाब जहां दिल को सुकून शान्ति मिलती है इसके बाहर तो ऐसा लगता है।
जैसे गमों की बारिश हो रही हो और हम बिना छतरी वाले इन्सान हो।
कही पढ़ा था मैंने के ये जो सागर है न वो सिवाय बीते वक्त के आंसुओं के पुस्तकालय के भी कुछ भी नही।
लाइब्रेरी ज्ञान की शाळा हैं यहाँ आते रहों ज्ञान पाते रहो।
लाइब्रेरी ज्ञान की कक्षा है।
लाइब्रेरी पुस्तकें वे साधन हैं जिसकी मदद से हम संस्कृतियों के बीच पुल बनाते हैं।
किताब जैसा वफादार कोई दोस्त नहीं।
अच्छी पुस्तकें जीवंत देव प्रतिमाएं हैं। उनकी आराधना से तत्काल प्रकाश और उल्लास मिलता है।
जब कभी आप कोई अच्छी पुस्तक पढ़ते हो, तो दुनिया में कहीं एक नया दरवाजा खुलता है और कुछ अधिक रोशनी अंदर आती है।
जो कोई भी यह कहता है कि जीने के लिए बस एक ही जिंदगी है वह जरूर किताब पढ़ना नहीं जानता होगा।
किताबों के बिना कमरा जैसे बिना आत्मा का शरीर।
कई सारे छोटे-छोटे तरीके हैं जिनसे आप अपने बच्चे की दुनिया विस्तारित कर सकते हैं। उनमें सबसे अच्छा है किताबों से लगाव पैदा करना।
आप खुशियां नहीं खरीद सकते, लेकिन किताब खरीद सकते हैं जो आपको खुशियां ही देगी।
यदि आप वही किताब पढ़ते हो जिसे हर कोई पढ़ता है, तो आप केवल वैसा ही सोच पाएंगे जैसा हर कोई सोचता है।
एक उत्सुक व्यक्ति की किताब पढ़ने की इच्छा और थकान और ऊब मिटाने के लिए किताब पढ़ने की इच्छा दोनों में बड़ा फर्क है।
किताब वह सपना है जिसे आप अपने हाथों में संभालते हैं।
अच्छी किताब में लाइनों के बीच सर्वोत्तम चीजें होती हैं।
किताबें हैं इतनी सारी और वक्त इतना कम।
किसी किताब को पढ़ना उसे अपने लिए दुबारा लिखने जैसा है।
यदि आप किसी किताब को बार-बार पढ़कर आनंदित नहीं होते, तो वैसी किताब पढ़ना किस काम का।
किताबें आदमी को यह अहसास दिलाती हैं कि जिन्हें वह अपना मूल विचार समझता है वह कोई नया नहीं है।
किताब के अंदर एकमात्र महत्व की चीज है आपके लिए उसमें निहित अर्थ।
मैं ऐसे आदमी की तो कल्पना भी नहीं कर सकता जो किसी किताब से सचमुच आनंदित हुआ हो और फिर भी उसे एक ही बार पढ़ा हो।
हमारे बचपन में पूरे आनंद के साथ बीता शायद ही ऐसा कोई दिन हो जो किताबों के साथ न गुजरा हो।
एक बेहतरीन किताब आपको कई प्रकार के अनुभव देती हैं, और अंत में थोड़ा उदास भी कर देती है। उसे पढ़ते हुए आप अनेक जीवन की यात्रा कर लेते हैं।
किताबें पढ़ते रहिए, लेकिन याद रखिए किताब सिर्फ किताब है, चिंतन करने के लिए सीखना तो आपको खुद ही पड़ेगा।
यदि कोई ऐसी किताब है जिसे आप पढ़ना चाहते हैं और वह अब तक लिखी न गई हो, तो आप ही वह शख्स होंगे जो उसे लिखेगा।
पुस्तकालय शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है पुस्तक और आलय। पुस्तकालय का मतलब उस स्थान से होता है जहां पर लोगों के लिए पढ़ने की उचित व्यवस्था क्रम हो जैसे पुस्तकें, पेपर, लिखने के लिए अन्य सामग्री।
एक पुस्तकों से भरी अलमारी को पुस्तकालय नहीं कहते और ना ही किसी पुस्तक विक्रेता के पास पुस्तक होने से उसे लाइब्रेरी कहा जा सकता है। क्योंकि यहां पर पुस्तकों का रखना एक व्यवसाय का तरीका भी हो सकता है।
बता दें चीन में उपस्थित एक राष्ट्रीय पुस्तकालय में लगभग पाँच करोड़ पुस्तकों का समारोह है साथ ही वहां विश्वविद्यालयों में भी अत्यंत आकर्षित और बड़े पुस्तकालयों को स्थापित किया गया है।
सर्वप्रथम लाइब्रेरी की स्थापना 1713 में अमेरिका के फिलाडेल्फिया नगर में की गई यह पुस्तकालय चंदे से चलता था। अमेरिका का सबसे बड़ा पुस्तकालय लाइब्रेरी ऑफ कांग्रेस है जिसकी स्थापना वाशिंगटन में 1800 में की गई।
इस पुस्तकालय में 2400 कर्मचारी रोज काम पर आते हैं, समय समय पर इस पुस्तकालय द्वारा पुस्तकों का प्रकाशन भी स्वयं किया जाता है साथ ही प्रत्येक हफ्ते यहां से एक साप्ताहिक पत्र भी प्रकाशित किया जाता है।
पुस्तकालय के महत्व
प्राचीन समय से ही लोगों द्वारा यह बात कही जाती है कि एक सबसे अच्छा और सच्चा मित्र सिर्फ किताब होती है,और इस बात को प्रत्येक व्यक्ति के नजरिए से भी सच अनुभव किया गया है।
यदि हम कभी किसी उलझन में फंस जाते हैं तो हम उस उलझन का सुझाव अपनी किताबों में भी ढूंढ सकते हैं परंतु उसके लिए अत्यधिक किताबों को पढ़ना होता है।
भारत जैसे विकासशील और गरीब देश में सबसे ज्यादा पुस्तकालयों की जरूरत उन क्षेत्रों में रहती है जहां के लोग गरीबी से जूझ रहे होते हैं उन स्थान में जहां की आर्थिक स्थितियां उतनी ठीक नहीं है।
हमारे देश के गांव तथा छोटे छोटे कस्बे जहां पर गरीब लोगों का निवास होता है, उन बच्चों को पुस्तकों की अत्यंत आवश्यकता होती है ऐसे क्षेत्रों में गवर्नमेंट पुस्तकालयों का होना भी उचित रहेगा तथा ऐसे क्षेत्रों में पुस्तकालय की आवश्यकता भी है।
पुस्तकालय में रखी पुस्तकें मुफ्त में उपलब्ध हो, या उनका दाम बेहद कम हो। क्योंकि प्रायः ग्रामीण या पिछड़े क्षेत्रों में गरीब लोगों की संख्या अधिक होने के कारण वे लोग किताब नहीं खरीद पाते और ना ही अपनी पसंद की चीजों में उनका ज्ञान बढ़ पाता है।
पुस्तकालय के प्रकार
पब्लिक पुस्तकालय – पब्लिक पुस्तकालय का उद्देश्य उन सभी आवश्यक लोगों की आवश्यकता को पूरी करना होता है जो लोग खुद के लिए किताब नहीं खरीद पाते परंतु किताब पढ़ने के अत्यधिक शौकीन होते हैं ,कुछ किताबों को पढ़ाना उनकी जरूरत होती है। एक पब्लिक पुस्तकालय में प्रत्येक व्यक्ति अपने पसंद की पुस्तक को पढ़ने जा सकता है।
निजी पुस्तकालय – एक निजी पुस्तकालय में सिर्फ उस वर्ग के लोग ही जा सकते हैं, जिनके पढ़ने के लिए ही यह पुस्तकालय बनाए गई हो जैसे, इंजीनियर, डॉक्टर, वकील इत्यादी।
पुस्तकालय के पुस्तकों का महत्व
एक व्यक्ति को अपने जीवन में किसी भी क्षेत्र में जाने और सफल होने के लिए सबसे पहले ज्ञान की जरूरत होती है और वह ज्ञान सिर्फ इन किताबों में रहता है इसलिए हमें अपने जीवन में किसी भी क्षेत्र में सफल होने के लिए अच्छे किताबों की अत्यंत आवश्यकता पड़ती है।
हमें ज्ञान के बिना कोई भी शिक्षा नहीं मिल सकती, ज्ञान हमें किताब ही दे सकती हैं जिसके कारण हम अपने जीवन में एक सफल व्यक्ति बन पाते हैं। अपने जीवन में हम किस प्रकार की व्यवस्था और कार्यों को करेंगे यह सिर्फ हमारी शिक्षा ही निर्धारित कर पाती।
इसलिए वक्त रहते हमें अच्छी किताबों से दोस्ती करके अच्छा ज्ञान जीवन में उतारना चाहिए तथा अच्छे कार्यों के साथ अपने जीवन में सफलता की राह को प्राप्त करने की सोचनी चाहिए।
जीवन में कमाने को तो हर कोई, वह इंसान भी कमा लेता है जो ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं होता परंतु वह अपने उस कमाई में सीमित रह पाता है जिससे उसका गुजारा हो जाए,परंतु एक पढ़ा लिखा इंसान अपने जीवन में हमेशा सफलता प्राप्त करता है।
पुस्तकालय के फायदे
लाइब्रेरी पढ़ने के लिए एक सबसे आसान जरिया है क्योंकि यहां पर प्रत्येक वर्ग के लोग आकर अपनी पसंद की किताबों को आसानी से पढ़ पाते हैं। समाज में उन लोगों के लिए लाइब्रेरी महत्वपूर्ण होती है जिनके हालात बुरे होने के कारण, वे अपनी पसंद की किताबों को पढ़ने के लिए नहीं खरीद पाते।
वे लोग लाइब्रेरी में जाकर ही अपने ज्ञान का विकास करते हैं तथा अपने जीवन में सफलता की राह को समझ पाते हैं। पुस्तकालयों में कम रेट पर लोग एक से बढ़कर एक बुक पढ़कर, अच्छे से अच्छा ज्ञान हासिल कर पाते हैं तथा वहां महंगी से महंगी किताबों को भी एक फिक्स रेट में पढ़ा जा सकता है।
यदि आपको शांति पूर्वक किताबों को पढ़ने का मन करता है तो आप किसी भी लाइब्रेरी में जाकर शांति पूर्वक किताबों का अध्ययन कर सकते हैं।लाइब्रेरी में हमेशा शांतिपूर्वक ही किताबों का इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि लाइब्रेरी का वातावरण हमेशा शांत रहता है।
प्रत्येक व्यक्ति को अपने ज्ञान को बढ़ाने की जरूरत पड़ती है और वह अपने ज्ञान को कम रुपए खर्च करके और अच्छी किताबों को पढ़कर लाइब्रेरी में जाकर बढ़ा सकता है।
उम्मीद है की आपको Library Slogans In Hindi | पुस्तकालय पर स्लोगन से जुड़ी सभी जानकारी मिल चुकी होगी।
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