Women’s Day Speech In Hindi : महिला दिवस पर भाषण


दोस्तों अगर आप महिला दिवस पर भाषण तलाश रहे हो तो आप बिलकुल सही जगा आए हो क्यूकी आज हम आपके साथ share करिंगे महिला दिवस पर भाषण (Women’s Day Speech In Hindi) speech on women’s safety in hindi, happy women’s day short and long speech in hindi.

8 मार्च को पूरे विश्व में महिला दिवस अर्थात International Women’s Day मनाया जाता है! इस दिन सभी ग्रहणी एवम कामकाजी महिलाओं को सरकारी एवं निजी संस्थाओं में उनके योगदान के लिए विशेष सम्मान दिया जाता है।

हमारे समाज में महिलाएं आज पुरुषों के समान ही जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ रही हैं। महिला सशक्तिकरण को लेकर विभिन्न देशों की सरकारें गंभीर हैं और इस पर कार्य हो रहा है। महिला दिवस के अवसर पर स्कूल कॉलेज में भी समारोह आयोजित किए जाते है। महिलाओं के सम्मान हेतु इस दिन  विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जिसमें से भाषण भी मुख्य है।

यदि आपको भी महिला दिवस के आयोजन समारोह पर अपने विचारों को व्यक्त करने का मौका दिया गया है तो इस आर्टिकल में आपके लिए Women’s Day Speech in Hindi के विषय पर कुछ भाषण तैयार किए गए हैं।

महिला दिवस पर भाषण – Women’s Day Speech In Hindi

भाषण 1 (Long Speech On Women’s Day In Hindi)

साथियों आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पूरे विश्व द्वारा मनाया जा रहा है। यह दिवस हमें महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक समानता के प्रति जागृत करता है। यह दिवस  जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के अमूल्य योगदान की भी याद दिलाता है।

विश्व में पहली बार वर्ष 28 फ़रवरी 1908 को अमेरिका में महिला दिवस मनाया गया। और आज विश्व के अनेक देशों के अलावा भारत में भी महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं को सम्मानित किया जाता है।

जिस प्रकार एक शिशु के जीवन में माता का महत्व है! उसी प्रकार एक राष्ट्र की असली पहचान उसकी महिलाओं से होती है। यदि एक देश की महिला नागरिकों के साथ दुर्व्यवहार होता है उनके अधिकारों का उल्लंघन होता है तो वह देश कभी भी उन्नति के पथ पर नहीं चल सकता।

इसलिए जब बात आती है नारी की, एक महिला की तो उनका सम्मान करना परम कर्तव्य हो जाता है।

और यही सम्मान आज महिला दिवस के अवसर पर हमें देखने को मिलता है, शहरों में विशेषकर महिला दिवस मनाया किया जाता है इस दिन रैलियों, पैदल मार्च के माध्यम से महिलाओं के सामाजिक योगदान को दर्शाया जाता है! इसके अलावा सुंदर , रंगोली ,ड्राइंग आर्ट बनाकर यह दिन सभी महिलाओं समर्पित किया जाता है।

महिला दिवस के इस मौके पर स्कूल, कॉलेज में महिलाओं के समाज मे उनके योगदान के लिए सम्मानित करने हेतु भाषण एवं निबंध आयोजन होता है। संक्षेप में कहें तो महिला दिवस को मनाने का उद्देश्य महिलाओं कि समाज में सुरक्षा, शिक्षा स्वास्थ्य एवं उनके अधिकारों की रक्षा करना होता है।

लेकिन दोस्तों जब भी बात होती है महिला दिवस की तो! इस दिन महिलाओं का खूब गुणगान किया जाता है लेकिन इस दिवस के खत्म होने के साथ ही उनके प्रति इस समाज में जताए जाने वाले सम्मान और उनके अधिकारों में कमी साफ झलकती है। परंतु ऐसा नहीं होना चाहिए महिला दिवस के मौके पर समाज में रह रहे पुरुषों को इस महिला दिवस के अवसर पर अपना यह कर्तव्य समझना चाहिए कि वे महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करें एवं उनके खिलाफ हो रहे अन्याय के लिए स्वयं लड़े!

इस विषय पर यदि हम भारत की तुलना विभिन्न देशों से करें तो विश्व के अनेक विकसित देश है जहां पर महिलाओं की स्थिति भारत की तुलना में काफी अच्छी है। वहां महिलाओं को विशेषाधिकार प्राप्त हैं उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं और जिस वजह से माना जाता है कि वहां पर महिलाओं को पुरुषों के समान भी माना जाता है।

हालांकि यदि हम दस्तावेजों लो देखें तो भारत में भी महिलाओं के लिए भारतीय संविधान में विशेष कानून अधिकार दिए गए हैं। परंतु जमीनी हकीकत इससे उलट है आज भी विभिन्न क्षेत्रों में आप देखे तो महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कम आंका जाता है।

हालांकि धीरे-धीरे शिक्षा, नौकरी, खेल जैसे क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी तेजी से बढ़ी है। शहरी क्षेत्रों में यह हमें अधिक देखने को मिलता है। लेकिन आजादी के इतने वर्षों के बावजूद भी आज भी ग्रामीण स्थानों पर आज भी महिला अपने अधिकारों के लिए लड़ती नजर आती है।

बड़ी संख्या में महिलाओं के साथ मारपीट, रेप, शोषण जैसी घटनाएं शहरों या ग्रामों में रोजाना घटित होती है! जो यह दर्शाती है कि आज भी समाज में महिलाओं की स्थिति काफी दयनीय है। अतः इस महिला दिवस के अवसर पर हम सभी आज जिस प्रकार महिलाओं के प्रति सम्मान व्यक्त कर रहे हैं, इसी दिन हमारा एक कर्तव्य बनता है कि हम यह सम्मान महिलाओं का न सिर्फ एक दिन अपितु पूरा वर्ष करें!

एवं उनके मनोबल में कमी लाकर कभी भी अच्छे कार्यों में उनका आत्मविश्वास ना गिराए उन्हें उनके द्वारा किए जाने वाले साहसिक कार्यों के लिए उन्हें प्रेरित करें। खेल शिक्षा जैसे अन्य क्षेत्रों में पुरुषों के समान ही समान अवसर प्रदान करें। क्योंकि कहा जाता है कि राष्ट्र में यदि महिलाएं शिक्षित नहीं है तो उस राष्ट्र को एक सभ्य राष्ट्र नहीं कहा जा सकता! अतः यदि हम सब मिलकर भारत को एक शिक्षित विकसित राष्ट्र बनाना चाहते हैं तो हमें महिलाओं के इस कार्य में अपना सहयोग देना है।

इसके अलावा स्वयं महिलाओं को खुद के अधिकारों के विषय पर जानकारी होना बेहद जरूरी है। और इस कार्य में शिक्षा उनकी मदद कर सकती है। यदि महिलाएं शिक्षित होंगी तो वे अपने अधिकारों से भलीभांति परिचित होंगी। यदि कोई उनके अधिकारों का उल्लंघन करता है तो वे उस पर सख्त कार्रवाई कर सकती है।

इसलिए यदि महिलाओं को किसी राष्ट्र में आगे बढ़ाना है तो उन्हें शिक्षित करना पहली प्राथमिकता हो जाती है। आजादी के बाद एवं आजादी से पूर्व भी देश में कई समाज सुधारक थे! जिन्होंने महिलाओं की शिक्षा के प्रति जिन्होंने काफी आवाज उठाई। वे जानते थे शिक्षा एक ऐसी चीज है, जो उन्हें समाज में बराबरी का हक प्रदान करती हैं। और इस दिशा में कहीं ना कहीं भारतीय समाज आज महिलाओं की शिक्षा को लेकर वाकई कार्य कर रहा है।

ऐसी सरकारी योजनाएं बनाई गई है जिसके तहत उन्हें पढ़ाई करने को लेकर उत्साहित किया जाता है।

महिलाएं भी शिक्षित होंगी तो वह अपने फैसले लेने में खुद सक्षम होंगी। महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने के लिए उन्हें खुद को ऐसे कौशल सीखने होंगे जिससे से एक सम्मानीय जीवन जी सकें।

एक पुरुष के तौर पर महिलाओं का इस कार्य में हम उनका भरपूर सपोर्ट करें! इसका हमें इस महिला दिवस समय प्रण लेना चाहिए। कि हम अपने परिवार या फिर आसपास की महिलाओं को सशक्त बनने में उनकी हर संभव प्रयास करेंगे तभी असल में महिला दिवस कामयाब हो पाएगा।

इन्हीं अंतिम शब्दों के साथ में अपने भाषण को विराम दूंगा।

धन्यवाद!

भाषण 2 (Short Speech On Women’s Day In Hindi)

नमस्कार सभी को महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। आज हम यहां सभी महिला दिवस मनाने के लिए उपस्थित हैं, इस अवसर पर मुझे महिला दिवस के विषय पर अपने विचारों को आपके समक्ष रखने का मौका मिला है।

मुझे लगता है महिला दिवस का यह आयोजन सिर्फ रस्म अदायगी तक का नहीं होना चाहिए! जी हां, सिर्फ साल में 1 दिन महिला सशक्तिकरण की बात कहकर इस दिवस के उद्देश्य पूरा नहीं होगा। क्योंकि महिला दिवस का औचित्य तब तक पूर्ण नहीं होगा जब सही महीनों में महिलाओं की स्थिति में सुधार नहीं होता।

क्योंकि जिस देश में महिला दिवस मनाया जा रहा है यदि उस राष्ट्र की महिलाओं की स्थिति में कोई भी सकारात्मक परिवर्तन नहीं आता है! तो फिर इस दिवस को मनाना व्यर्थ ही साबित होगा।  सही मायनों में महिला सशक्तीकरण तभी होगा जब महिलाये आत्म निर्भर बनेंगी उनके अंदर कुछ बड़ा करने का आत्मविश्वास होगा।

यदि किसी देश में पुरुष प्रधानता है, महिलाओं को विभिन्न कार्यों के लिए योग्य नहीं समझा जाता है तो उस देश का विकास के पथ पर चल पाना काफी मुश्किल हो जाता है। क्योंकि किसी भी राष्ट्र के विकास की भागीदारी में पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं का भी भागीदार होना जरूरी है

हालांकि आज विभिन्न राष्ट्र महिलाओं की सशक्तिकरण की बात कर रहे हैं जिससे कहीं ना कहीं महिलाओं की स्थिति में परिवर्तन जरूर आया है। लेकिन अभी भी समाज मे महिलाओं की समानता को देखें तो इसके अंतर्गत भी 2 वर्ग आते हैं।

एक तरफ एक महिलाएं जिन्हें आत्म निर्भर बनने की ओर प्रोत्साहन दिया जा रहा है वही आज दूसरी तरफ बड़ी संख्या में महिलाएं आज भी जाति प्रथा जैसी सामाजिक कुरीतियों की वजह से उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए समान अवसर नहीं मिल बातें।

यह स्थिति अधिकतर ऐसे ग्राम, कस्बों में देखने को मिलती है जहां पर साक्षरता दर काफी कम है वहां पर महिलाओं के लिए आज भी शिक्षा या किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।

शहरी जीवन को देखा जाए तो उसकी स्थिति में काफी परिवर्तन आया है घर के चूल्हा- चौके संभालने के अलावा व्यवसाय, प्रशासनिक सेवा, विदेश सेवा या फिर हवाई सेवा से लेकर खेल के मैदान में महिलाओं ने न सिर्फ सिर्फ राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि पूरे विश्व में अपने सफलता का परचम लहराया।

आज महिला जीवन के अनेक क्षेत्रों में बेहतर कर रही हैं, कुछ मामलों में तो वह पुरुष से काफी आगे भी हैं। अतः इस असमानता को भी मिटाना जरूरी है। क्योंकि सबका साथ सबका विकास होना आवश्यक है तभी महिला दिवस मनाने का मकसद पूर्ण हो पाएगा!

अतः इस महिला दिवस महिलाओं को उचित सम्मान देना है, तो पुरुष एवं महिला के बीच प्रतिद्वंदिता के स्थान पर एक दूसरे का सहयोग हासिल किया जाए तो यह राष्ट्र के हित में शामिल होगा।

अतः इस महिला दिवस के अवसर पर में विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में महिलाओं की स्थिति में सुधार हेतु आवश्यक कदम उठाने की बात रखना चाहूंगा। क्योंकि ग्रामीण महिलाएं इच्छा शक्ति एवं योग्यता होने के बावजूद भी वे उस पद तक नहीं पहुंच पाती जहां से वे अपने लक्ष्य को हासिल कर सके।

आंकड़ों पर नजर डाले तो बड़ी संख्या में महिलाएं आज भी ग्राम में निवास करती हैं, अतः इस महिला दिवस के आयोजन पर सरकार को एवं हम सभी मिलकर ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को सशक्तिकरण एवं आत्मनिर्भर बनने को लेकर उनका सहयोग करें!

जिससे गांव एवं शहर हर जगह महिलाओं की स्थिति में परिवर्तन आएगा और एक शिक्षित आत्मनिर्भर एवं खुशहाल राष्ट्र का निर्माण हो सकेगा

इन्हीं अंतिम शब्दों के साथ मैं आज के यहां इस भाषण को समाप्त करना चाहूंगा ध्यान से सुनने के लिए आप सभी का धन्यवाद!

तो साथियों यह भाषण महिला दिवस के अवसर पर आपको  सुनियोजित Speech तैयार करने में आपकी कुछ हेल्प करेंगे! इसके अलावा यदि आप खुद महिला दिवस पर एक अच्छी सी स्पीच तैयार करना चाहते हैं तो यहां दिए गए टिप्स इस कार्य को आसान बना सकते हैं।

Women’s Day Speech की तैयारी कैसे करें?

महिला दिवस के मौके पर यदि आप भी स्पीच तैयार कर रहे हैं! तो उस भाषण पर सबका ध्यान जाए और उसमें महिलाओं के अधिकारों एवं सम्मान की बात आप सभी लोगों तक पहुंचा पाए!  इसके लिए आप स्पीच तैयार करते हुए इन topics को जरूर उसमें शामिल करें।

  • प्रत्येक वर्ष महिला दिवस को मार्च महीने की 8 तारीख को ही क्यों मनाया जाता है?
  • शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं की किस प्रकार आगे बढ़ने में मदद की जा सकती है?
  • देश में दुर्गा काली जैसे रूप का दर्जा जहां एक स्त्री को दिया जाता है वहां महिलाएं अपराध का शिकार हो जाती है।
  • विश्व में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को मनाने की पहले सर्वप्रथम किस महिला ने की थी? उसका नाम और उसके बारे में भी जरूर बताएं।
  • अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की स्थापना की शुरुआत मतदान के अधिकार को लेकर हुई।
  • 19 मार्च को महिला दिवस मनाया जाता था अब 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है।

तो साथियों इन सभी टॉपिक्स से आप एक अच्छी स्पीच महिला दिवस के अवसर पर तैयार कर सकते है।

आशा इस लेख को पढ़ने के बाद Women’s Day स्पीच का यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा और आपको महिला दिवस पर भाषण (Women’s Day Speech In Hindi) speech on women’s safety in hindi, happy women’s day short and long speech in hindi. के बारे में पूरी जानकारी मिल चुकी होगी।

उम्मीद है की आपको Women’s Day Speech In Hindi : महिला दिवस पर भाषण का यह पोस्ट पसंद आया होगा, और हेल्पफ़ुल लगा होगा।

आपको यह पोस्ट कैसा लगा नीचे कॉमेंट करके ज़रूर बताए, और अगर आपको यह पोस्ट पसंद आया हो तो इसको अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर भी कर दें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here